नयी दिल्ली। एक तरफ देश डिजिटल हो रहा है तो दूसरी तरफ आये दिन भारतीयो के डाटा लीक होने का दावा किया जा रहा है। बैंक, आधार, गैस आदि महत्वपूर्ण जगहों से कई बार डाटा लीक होने का दावा किया जा चूका है। यदि सरकार लोगों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं होगी तो देश वासियो का सरकार से भरोसा उठ जायेगा।
भारत में आधार कार्ड के डाटा को लेकर हमेशा से बवाल होते रहा है। कुछ दिन पहले ही एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि झारखंड सरकार ने अपने हजारों मजदूरों का आधार डाटा सरकारी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया है, वहीं अब एक फ्रेंच सिक्योरिटी रिसर्चर ने दावा किया है कि इंडेन गैस एजेंसी ने लाखों ग्राहकों को डाटा लीक कर दिया है।
इंडेन गैस के 58 लाख ग्राहकों का आधार डाटा लीक !
Baptiste Robert ने इसका खुलासा मीडियम साइट पर अपनी रिपोर्ट के जरिए किया है। रोबर्ट के मुताबिक 6.7 मिलियन यानि 67 लाख ग्राहकों का डाटा लीक हो गया है। इसमें ग्राहकों के नाम, पता, मोबाइल नंबर और आधार नंबर की पूरी जानकारी शामिल हैं। हालांकि सभी ग्राहकों की जानकारी तक पहुंचने से पहले ही कंपनी ने रिसर्चर के आईपी एड्रेस को ब्लॉक कर दिया। ऐसे में 58 लाख ग्राहकों के डाटा में सेंध लगी है।
दरअसल यह डाटा लीक स्थानीय डीलर के पोर्टल से हुआ है। इस डाटा लीक में 11,000 डीलर्स की भी जानकारी सामने आई है। हालांकि अब इस आईपी को इंडेन ने ब्लॉक कर दिया है। इस डाटा लीक से 9,490 डीलर और 58,26,116 ग्राहकों की निजी जानकारी बाजार में पहुंच सकती है। हालांकि इंडेन गैस और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है।