जुबिली स्पेशल डेस्क
हाल के दिनों उत्तर प्रदेश क्रिकेट काफी नीचे चला गया है। रणजी के रण में यूपी पूरी तरह से सुपर फ्लॉप रहा है। इसके बाद विजय हजारे ट्रॉफी में यूपी क्रिकेट की कहानी नहीं बदली और बाहर हो चुकी है।
हालांकि उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ नई प्रतिभा को लाने के लिए काम कर रहा है। इसी के तहत उसने यूपी टी-20 लीग भी शुरू की है। इस सब के बीच महिला क्रिकेट में यूपी की टीम शानदार क्रिकेट खेल रही है और लखनऊ की शशि बालन बोर्ड ट्रॉफी में यूपी की तरफ से खेलते हुए तूफानी बल्लेबाजी करते हुए 150 रन की पारी खेलकर सबको हतप्रभ कर दिया है। त्रिपुरा के खिलाफ अंडर 19 में उन्होंने शानदार पारी खेली है
गुरुकुल क्रिकेट अकादमी से प्रशिक्षण ले रही है शशि बालन की बल्लेबाजी देखकर लोगों को सौरभ गांगुली की याद ताजा हो गई। आज से छह साल पहले उन्होंने अपने पिता को खो दिया था लेकिन उनके सपनों को उड़ान देने के लिए शशि बालन ने कमर कस ली है। शशि बालन बीएसएनवी इंटर कॉलेज में कक्षा 12 में पास कर चुकी है। हालांकि बेहद कम उम्र में उनके सर से पिता साय उठ गया था।
उनके कोच अभिषेक यादव ने एक खास बातचीत में कहा कि उनके पिता नहीं है लेकिन मां अपनी लाडली के सपनों को पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत करती है जबकि उसके बड़े भाई उसका खेल को निखारने के लिए हर संभव मदद करते हैं। उन्होंने बताया कि आज से तीन साल पहले जब उप्र क्रिकेट एसोसिएशन के कैंप में चयन हुआ तभी लग गया था आने वाले दिनों उनकी धमक देखने को मिलेगी। आज की 150 रन की पारी इस बात को सच साबित करती हुई नजर आ रही है।
उनके कोच अभिषेक यादव की माने तो शशि बालन ने कम्र उम्र में अपनी क्रिकेट प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उनके कोच अभिषेक ने कहा कि शशि सुबह शाम दोनों समय अभ्यास करने के लिए आती है। इसमें सुबह 6.30 से 10 बजे तक और शाम साढ़े तीन से साढ़े छह बजे तक कड़ी ट्रेनिंग करती है। अगर वो इसी तरह का प्रदर्शन आगे करती रही तो आने वाले दिनों में टीम इंडिया में एंट्री मार सकती है।
लखनऊ तिवारी गंज निवासी शशि बालन का चयन उप्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सीनियर वूमेन कैंप में हुआ था। बाएं हाथ की खिलाड़ी शशि बालन अपने टीम के लिए सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतरती है।
गुरुकुल क्रिकेट क्लब लखनऊ से निकले खिलाड़ी
- 1.शशि बालन
2.धुन सिंह u15
3.आदित्य सिंह u16
ये सब इसी साल खेले हैं और खेल रहे हैं….