पॉलिटिकल डेस्क।
2014 के चुनाव में पीएम मोदी ने ‘चाय वाला’ शब्द को खूब भुनाया था इसी तर्ज पर 2019 के लोकसभा चुनाव में ‘चौकीदार’ शब्द को भुनाने की कोशिश की जा रही है। गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ से भाजपा विजय संकल्प रैली की शुरूआत की है। पीएम मोदी ने मेरठ से चुनावी प्रचार अभियान की शुरुआत के साथ ही विपक्ष को घेरना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ नए भारत के संस्कार हैं, तो दूसरी तरफ वंशवाद और भ्रष्टाचार का विस्तार है। एक तरफ दमदार चौकीदार है, तो दूसरी तरफ दागदारों की भरमार है। अपना हिसाब दूंगा और साथ-साथ दूसरों का हिसाब भी लूंगा। दोनों काम साथ-साथ चलेंगे, तभी तो हिसाब बराबर होगा। चौकीदार हूं भाई, और चौकीदार कोई नाइंसाफी नहीं करता। हिसाब होगा, सबका होगा, और बारी बारी से होगा। वहीं पीएम मोदी ने उत्तराखंड के रुद्रपुर में जनसभा के दौरान ‘मैं भी चौकीदार’ के नारे लगवाए।
इसके साथ ही बसपा सुप्रीमों मायावती ने पीएम मोदी के ‘चौकीदार’ वाले बयान पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए सवाल किया कि क्या चौकीदार ईमानदार है ?
पीएम श्री मोदी ने आज मेरठ से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि मैं अपना हिसाब दूंगा लेकिन विदेश से कालाधन वापस लाकर गरीबों को 15 से 20 लाख रुपये देने व किसानों की आय दोगुणी करने आदि जनहित के मुद्दों का हिसाब-किताब दिये बिना ही वे मैदान छोड़ गए। चौकीदार क्या ईमानदार है
— Mayawati (@Mayawati) March 28, 2019
उन्होंने लिखा, ”पीएम श्री मोदी ने आज मेरठ से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि मैं अपना हिसाब दूंगा लेकिन विदेश से कालाधन वापस लाकर गरीबों को 15 से 20 लाख रुपये देने व किसानों की आय दोगुणी करने आदि जनहित के मुद्दों का हिसाब-किताब दिये बिना ही वे मैदान छोड़ गए। चौकीदार क्या ईमानदार है।”
मायावती ने अपने एक और ट्वीट में लिखा, ”व्यक्तिगत, जातिगत व साम्प्रदायिक द्वेष व घृणा की राजनीति करना बीजेपी एण्ड कम्पनी की शोभा है जिसके लिये उनकी सरकार लगातार सत्ता का दुरुपयोग करती रही है। देशहित को सर्वोपरि मानकर ऐसी गरीब, लोकतंत्र व जनविरोधी सरकार से देश को मुक्ति दिलाने के लिए बसपा-सपा-आरएलडी ने गठबंधन किया है।”
कहां से हुई चौकीदार की एंट्री
बता दें कि रफाल डील में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर तंज कस्ते हुए लिखा था कि ‘चौकीदार चोर है’। इसके बाद से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष में ‘चौकीदार’ शब्द को लेकर बयानबाजी जारी है। इतना ही नहीं भाजपा ने इस लोकसभा चुनाव के लिए ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान शुरू किया है। देश समेत हिमाचल में तमाम भाजपा नेताओं ने ट्वीटर और सोशल मीडिया पर अपने नाम के आगे ‘चौकीदार’ लिखा है।