जुबिली न्यूज डेस्क
‘बुलडोज़र जस्टिस’ पर सुप्रीम कोर्ट के आज आए फ़ैसले के बाद कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी और कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों ने इसका स्वागत किया है.
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “माननीय सुप्रीम कोर्ट के बुलडोज़र विध्वंसों से जुड़े आज के फ़ैसले और कड़े दिशानिर्देशों के बाद ये उम्मीद की जानी चाहिए कि यूपी व अन्य राज्य सरकारें जनहित व जनकल्याण का सही व सुचारू रूप से प्रबंधन करेंगी. बुलडोज़र का छाया आतंक अब ज़रूर समाप्त होगा.”
वहीं सुप्रीम कोर्ट के वकील और कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा, “यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है और नागरिक स्वतंत्रता के लिहाज से ऐतिहासिक फ़ैसला है. सुप्रीम कोर्ट ने ‘बुलडोज़र जस्टिस’ और ‘बुलडोज़र न्याय’ को लेकर राज्य की कड़ी आलोचना की है.”
उन्होंने कहा, “जिस तरह से राज्य सरकारें अहंकार के साथ रुख़ अपना रही थी, वो बहुत अशिक्षित लग रहा था और ऐसा लग रहा था जैसे वे इसे राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करेंगे. यह सब अब रुक जाएगा और अब कोई ‘बुलडोज़र राज’ नहीं होगा.”
विवेक तन्खा ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने उन सभी लोगों के ख़िलाफ़ मुकदमा चलाने के दरवाजे खोल दिए हैं जिन्होंने अतीत में इस तरह की अवैध गतिविधियां की हैं, चाहे वो भारत के किसी भी राज्य में हों.”
समाजवादी पार्टी के नेता अमीक़ जमई ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले का समाजवादी पार्टी स्वागत करती है. लोग एक घर बनाने में पूरी ज़िंदगी लगा देते हैं, उनके खानदान में अगर कोई एक अपराधी निकल गया तो उन्हें आपस में जोड़कर पूरे खानदान की संपत्ति को सीज़ किया जाता है और उसे गिराया जाता है.” उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में इस तरह की जितनी भी कार्रवाइयां हुई हैं, वह मुस्लिम समाज के ख़िलाफ़ हुई हैं.”