न्यूज़ डेस्क।
कर्नाटक में भाजपा तथा कांग्रेस-जेडीएस के बीच कई दिनों से जारी शह और मात का खेल का अंत सोमवार को खत्म हो गया जब एचडी कुमारस्वामी सरकार गिर गई। विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद अब वोटिंग हुई जिसमें सरकार के पक्ष में 99 वोट पड़े, जबकि विरोध में 105 वोट डाले गए। इस तरह से कांग्रेस से एक और राज्य हाथ से निकल गया है।
वहीं कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार गिरने के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने अपने विधायक एन महेश को पार्टी से निष्काषित कर दिया है। दरअसल मायावती ने अपने विधायक को कर्नाटक सरकार के हक में मतदान करने का आदेश दिया था, लेकिन एन महेश ने कर्नाटक में कुमारस्वामी के समर्थन में वोट नहीं किया और वे विधानसभा से अनुपस्थित रहे।
मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि, ”कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के समर्थन में वोट देने के पार्टी हाईकमान के निर्देश का उल्लंघन करके बीएसपी विधायक एन महेश आज विश्वास मत में अनुपस्थित रहे जो अनुशासनहीनता है जिसे पार्टी ने अति गंभीरता से लिया है और इसलिए श्री महेश को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।”
कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के समर्थन में वोट देने के पार्टी हाईकमान के निर्देश का उल्लंघन करके बीएसपी विधायक एन महेश आज विश्वास मत में अनुपस्थित रहे जो अनुशासनहीनता है जिसे पार्टी ने अति गंभीरता से लिया है और इसलिए श्री महेश को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
— Mayawati (@Mayawati) July 23, 2019
गौरतलब है कि बसपा सुप्रीमो मायावती अपने सख्त तेवर को लेकर पहचानी जाती हैं। बसपा का अनुशासन अक्सर राजनीति के गलियारों में चर्चा का विषय रहता है। ऐसे में मायावती ने अपने विधायक को निष्कासित करके कड़ा सन्देश दिया है।
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