न्यूज डेस्क
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर उन्हें प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिलेगा तो वह अंबेडकर नगर से चुनाव लड़ सकती हैं।
अंबेडकर नगर से बसपा प्रत्याशी रितेश पांडेय के समर्थन में वोट मांगने पहुंचीं मायावती ने प्रधानमंत्री बनने का खुलकर जिक्र नहीं किया, लेकिन उन्होंने कहा,
‘अगर सब ठीक रहा तो मुझे यहां से चुनाव लड़ना पड़ेगा। क्योंकि दिल्ली की राजनीति का रास्ता अंबेडकर नगर से होकर जाता है।’
नमो-नमो वालों की छुट्टी होने वाली है
मायावती सभास्थल पर लगाए गए अपने उस कटआउट को देखकर बहुत खुश थीं, जिसमें वह संसद भवन के बाहर खड़ी हैं और उसपर प्रधानमंत्री लिखा हुआ था। मायावती ने आगे कहा, इस चुनाव में नमो-नमो वालों की छुट्टी होने वाली है और जय भीम वाले आने वाले हैं।
बता दें कि चुनाव से पहले मायावती ने ऐलान किया था कि वह इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने यह भी कहा था कि चुनाव बाद नतीजों और परिस्थितियों को देखते हुए यदि जरूरत पड़ी तो यूपी में अपने किसी भी उम्मीदवार की सीट से वह चुनाव लड़ेंगी।
अंबेडकरनगर है बसपा का गढ़
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में अंबेडकरनगर 55वें नंबर की सीट है। गरीबों, पिछड़ों और कमजोर तबके के मसीहा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की के नाम पर बना ‘अंबेडकर नगर’ फैजाबाद मंडल का हिस्सा है। अंबेडकर नगर को बसपा का गढ़ माना जाता है। अंबेडकरनगर सीट मायावती की पसंदीदा सीट है। इसलिए लोकसभा चुनाव में वो उसी सीट से अपनी दावेदारी पेश कर सकती हैं।
मायावती ने 1998,1999 और 2004 में लोकसभा में इस इस सीट से प्रतिनिधित्व किया है। मायावती ने 2003 में बसपा सुप्रीमो बनने के बाद देश भर में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया था, जिसके बाद से 2004 में अकबरपुर लोकसभा सीट खाली हो गई थी जिसे अंबेडकरनगर का नाम दिया गया था।
बता दें कि 29 सितम्बर 1995 को फैजाबाद से एक जिले को अलग किया गया था जिसका नाम अंबेडकरनगर रखा गया था। मायावती ने ही इस जिले की आधारशिला रखी थी, जिसके बाद इस जिले में पांचो विधानसभा सीटों पर मायावती कई बार जीत की पताका फहरा चुकी हैं। इसलिए ये अंबेडकरनगर जिला मायावती के सबसे पसंसदीदा जिलों में से एक रहा है।
मायावती खुद इस जिले से लोकसभा में पार्टी का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। विधानसभा चुनाव 2012 में अंबेडकरनगर जिले की जहागीर गंज विधानसभा सीट से मायावती ने विजय प्राप्त की थी। इस चुनाव में उन्होंने सपा के भीम प्रसाद सोनकर 5 हजार वोटों से हराया था।