न्यूज डेस्क
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर पूरा विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। सीएए आंदोलन की पहचान बन चुका शाहीन बाग दिल्ली विधानसभा चुनाव का प्रमुख मुद्दा बन गया है। इस बीच पाकिस्तानी मूल के गायक, जो कि 2016 में भारत की नागरिकता ले चुके हैं, उन्हें पद्मश्री दिये जाने पर विवाद खड़ा हो गया है।
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल अदनान को पद्मश्री देने पर सवाल उठा चुके हैं। इस लिस्ट में अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती का नाम जुड़ गया है।
पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान समी को जब बीजेपी सरकार नागरिकता व पद्मश्री से भी सम्मानित कर सकती है तो फिर जुल्म-ज्यादती के शिकार पाकिस्तानी मुसलमानों को वहाँ के हिन्दू, सिख, ईसाई आदि की तरह यहाँ CAA के तहत पनाह क्यों नहीं दे सकती है? अतः केन्द्र CAA पर पुनर्विचार करे तो बेहतर होगा
— Mayawati (@Mayawati) January 28, 2020
उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान समी को जब बीजेपी सरकार नागरिकता व पद्मश्री से भी सम्मानित कर सकती है तो फिर जुल्म-ज्यादती के शिकार पाकिस्तानी मुसलमानों को वहाँ के हिन्दू, सिख, ईसाई आदि की तरह यहाँ CAA के तहत पनाह क्यों नहीं दे सकती है? अतः केन्द्र CAA पर पुनर्विचार करे तो बेहतर होगा।