जुबली न्यूज़ डेस्क
भारत और चीन के बीच तनाव अभी कम होता नहीं दिख रहा। चाइना के एप को बैन किए जाने के बाद अब चीनी मोबाइल भारत में प्रतिबंधित किए जाने की संभावना है। भारतीय मोबाइल बाजार पर राज करने वाले ओप्पो, वीवो, वन प्लस, रियलमी, श्याओमी आदि ब्रांड सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं अगर उस दिशा में निर्णय लिया गया।
बता दें कि सोमवार को सुरक्षा कारणों से भारत द्वारा चीनी अनुप्रयोगों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया था। कुल 59 आवेदनों पर रोक लगाई गई है; उनमें से टिकटोक, शेयर इट, यूसी ब्राउज़र, क्लब फैक्ट्री, वी चैट, समानांतर स्पेस और श्याओमी के दो अनुप्रयोग प्रमुख हैं।
सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 29 जून 2020 को सूचना और प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69 ए का आह्वान किया था।
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मंत्रालय का दावा है कि ऐप ‘भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रही हैं’। Google और Apple द्वारा प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से ऐप हटा दिए गए थे।
हालांकि, इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण देने के लिए सभी कंपनियों को सरकारी पैनल के समक्ष आमंत्रित किया गया है, जो यह तय करेगी कि प्रतिबंध रहेगा या छूट दी जाएगी?
टिकटोक ने जारी एक बयान में कहा है कि उसने भारत में ‘चीन की सरकार सहित किसी भी विदेशी सरकार’ के साथ उपयोगकर्ताओं की कोई भी जानकारी साझा नहीं की है।
इस कदम से TikTok एप्लिकेशन सबसे अधिक प्रभावित होता है, क्योंकि भारत अनुप्रयोग का सबसे बड़ा चालक है और इसकी मूल कंपनी बायटेंस एक चौंकाने वाले चौराहे पर है क्योंकि इसमें देश में $ 1 बिलियन का निवेश करने की योजना थी। पड़ोसी देश के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने भी कहा है कि, चीन बहुत चिंतित है।
चीन के बहिष्कार की भावना 15 जून से पूरे जोरों पर है, जब भारत के 20 सैनिक लद्दाख क्षेत्र के गालवान घाटी में स्थित भारत-चीन सीमा पर मारे गए थे।
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