प्रमुख संवाददाता
उत्तर प्रदेश के शामली जिले में तब्लीगी जमात के मुखिया मौलाना साद के फ़ार्म हाउस पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने छापा मारा है।मौलाना साद ने पहले खुद को आइसोलेशन में बताया था बाद में यह दावा किया था कि उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया था कि उन्होंने अपनी जांच किस डॉक्टर से कराई है। उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट भी नहीं भेजी थी।
यही वजह है कि छापा मारने पहुँची टीम अपनी सुरक्षा के मद्देनज़र पीपीई किट पहने हुए है। जुबली पोस्ट ने इसी 21 अप्रैल को मौलाना साद के सम्बन्ध में विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें मौलाना के शामली स्थित फ़ार्म हाउस की भव्यता की तस्वीर अपने पाठकों तक पहुंचाई थी।
मौलाना साद के फ़ार्म हाउस पर पहुँची क्राइम ब्रांच की टीम को अगर इस बात के सबूत मिले कि मौलाना ने कोरोना टेस्ट नहीं कराया है तो उनके खिलाफ महामारी फैलाने के आरोप में एफआईआर भी कराई जायेगी। क्राइम ब्रांच का कहना है कि मौलाना साद को अपना टेस्ट सरकारी अस्पताल में ही कराना होगा।
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मौलाना साद की तरफ से कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने की बात कही जाने के बाद क्राइम ब्रांच ने कहा था कि वह किसी सरकारी अस्पताल से जांच कराने और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आने का कागज़ क्राइम ब्रांच के पास भेजें। वह कागज़ देखने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए समन भेजा जाएगा लेकिन अगर वह ऐसा नहीं कर सके तो उनके खिलाफ महामारी फैलाने के आरोप की एफआईआर दर्ज कराई जायेगी।
दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें यह जानकारी दी गई थी कि मौलाना साद अपने जाकिर नगर वाले घर में हैं और निजी चिकित्सकों की देखरेख में हैं। उन्होंने कोरोना जांच करा ली है और वह रिपोर्ट निगेटिव आई है, लेकिन मरकज़ में रुकने वाले उनके कई रिश्तेदारों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बगैर रिपोर्ट देखे किसी के दावे पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
क्राइम ब्रांच ने जाकिर नगर समेत उनके कई संभावित ठिकानों पर अपने गुप्तचर लगा दिए हैं। वह कहाँ हैं इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस उन तक पहुँच जायेगी।