जुबिली न्यूज डेस्क
पिछले कुछ दिनों से ‘गौ-विज्ञान परीक्षा’ चर्चा में है। ‘गौ-विज्ञान परीक्षा’ कराने वाला राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने इसके लिए बकायदा ‘रिफरेंस मटीरियल’ अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया था, लेकिन अब आयोग ने वेबसाइट से यह मटेरियल हटा लिया है।
ाष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने 54 पेज के मटीरियल को उन अभ्यर्थियों के लिए अपलोड किया था, जो कामधेनु गौ-विज्ञान प्रचार-प्रसार परीक्षा में हिस्सा लेने वाले हैं। यह एग्जाम 25 फरवरी को होना है।
पिछले हफ्ते परीक्षा के ऐलान के बाद ‘रेफरेंस मटीरियल’ वायरल हो गया था। वहीं, आयोग की वेबसाइट पर इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई कि अब वह मटीरियल वेबसाइट पर उपलब्ध है या नहीं।
कामधेनु आयोग की वेबसाइट पर होमपेज पर ‘एग्जाम’ सेक्शन में ‘रेफरेंस मटीरियल’ का ऑप्शन है। फिलहाल इस सेक्शन के अंदर मटीरियल नहीं मिला।
हालांकि वेबसाइट पर संदेश जरूर लिखकर आ रहा था- प्रिय अभ्यर्थी, अगर आप इस अनोखे एग्जाम में हिस्सा लेने की रुचि रखते हैं, तब आपको इससे जुड़ा रेफरेंस मटीरियल यहां से डाउनलोड करना होगा। यह आपको कामधेनु गौ विज्ञान और विभिन्न प्रकार की गायों और उसके उत्पादों के बारे में अधिकतम जानकारी मुहैया कराएगा।
हाल ही में राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने कहा था कि गौ विज्ञान से जुड़ा यह ऑनलाइन एग्जाम राष्ट्रीय स्तर पर होगा। आयोग के अध्यक्ष वल्लभ भाई कथीरिया ने बीते मंगलवार को कहा था- बगैर किसी फीस के वार्षिक रूप में इस परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा, जिसमें प्राथमिक, माध्यमिक और कॉलेज स्तरीय छात्रों के साथ आम लोग भी हिस्सा ले सकेंगे। खास बात है कि यह परीक्षा नि:शुल्क होगी।
मालूम हो राष्ट्रीय कामधेनु आयोग केंद्र सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग के अधीन है। यही आयोग गौ विज्ञान परीक्षा का आयोजन करा रहा है। आयोग की वेबसाइट के अनुसार, जो भी (राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर) इस एग्जाम में बढयि़ा नंबर लाएंगे, उनके नाम क्र्य्र की वेबसाइट पर 26 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। उपहारस्वरूप विजेताओं को नकद ईनाम/सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे।
परीक्षा मल्टी च्वाइस क्वेस्चंस (MCQ) बेस्ड होगी, जिसके लिए एक घंटे का वक्त दिया जाएगा। पेपर में 75 सवाल पूछे जाएंगे, जबकि किसी प्रकार की निगेटिव मार्किंग भी नहीं की जाएगी। कामधेनु गौ विज्ञान परीक्षा इन भाषाओं (English, Hindi, Gujarati, Sanskrit, Punjabi, Marathi, Kannada, Malayalam, Tamil, Marathi, Telugu और Odia)में होगी।
इसमें कोई शक नहीं है कि गाय हमारे जीवन के लिए कितनी उपयोगी है। गाय का गोबर, दूध, मूत्र सब हमारे लिए लाभदायक है। गाय की उपयोगिता से हम सभी भारतीय वाकिफ भी हैं लेकिन जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है तब से गाय एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है।
मोदी सरकार ने गायों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी हुई है और उसे बचाने और उसके गोबर और मूत्र के इस्तेमाल पर शोध पर लाखों रुपए खर्च कर दिए हैं।
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