जुबिली न्यूज डेस्क
मोदी सरकार के नए कृषि कानून के विरोध में भारत के किसान पिछले 11 दिन से दिल्ली बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। अब तो भारतीय किसानों के समर्थन में विदेशों में भी प्रदर्शन हो रहा है। इसी कड़ी में सेंट्रल लंदन के सैकड़ों लोगों ने भारतीय किसानों के समर्थन में रविवार को एक प्रदर्शन किया।
ये सभी लोग सेंट्रल लंदन में स्थित भारतीय दूतावास के बाहर एकत्र हुए और बाद में इन लोगों ने लंदन के ट्रफ़ैलगर स्क्वेयर तक एक मार्च भी निकाला।
मार्च में शामिल लोगों ने मोदी सरकार से अपील करते हुए कहा कि सरकार दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की परेशानियों को सुने और उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करे।
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हालांकि इस प्रदर्शन में शामिल 13 लोगों को लंदन पुलिस ने गिरफ़्तार भी किया। इन लोगों की गिरफ्तारी कोविड से जुड़ी गाइडलाइन का पालन नहीं करने की वजह से हुई।
लंदन पुलिस के एक अधिकारी ने यह बताया कि 13 में से चार लोगों को जुर्माना लेकर छोड़ दिया गया है।
It soon became clear that gathering was led by anti-India separatists who had taken opportunity of the farm protests in India to ostensibly back farmers in India but use the opportunity to pursue their own anti-India agenda:Vishwesh Negi, Minister, Indian High Commission, London https://t.co/YeOWlFwokj
— ANI (@ANI) December 6, 2020
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय मूल के बहुत से लोग ब्रिटेन में रहते हैं और किसानों के इस आंदोलन के प्रति इन लोगों की सहानुभूति है।
सेंट्रल लंदन में हुए इस प्रदर्शन के संबंध में भारतीय हाई कमिशन, लंदन के अधिकारी विश्वेश नेगी ने कहा, ” भारी संख्या में प्रदर्शनकारी भारतीय उच्चायोग के बाहर जमा हो गये थे। वो लोग सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन नहीं कर रहे थे। इस स्थिति को देखते हुए लंदन पुलिस ने भीड़ तो तितर-बितर किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने हिंसा की भी कोशिश की, लेकिन कुछ देर में ही यह स्पष्ट हो गया कि भीड़ में शामिल बहुत से लोग भारत-विरोधी एजेंडे के तहत वहां आये थे। उन्होंने भारत विरोधी नारेबाजी की।”
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