न्यूज डेस्क
दिल्ली के गार्गी कॉलेज में लड़कियों से छेड़छाड़ का मामला बढ़ता जा रहा है और अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। इस मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में चर्चा के लिए नोटिस दिया है। इसके साथ ही गार्गी कॉलेज की स्टूडेंट्स आज धरने पर भी बैठी हैं।
वहीं, दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले पर संज्ञान लेते हुए आज एक प्रतिनिधि मंडल भेजने का फैसला किया है। हालांकि दिल्ली पुलिस का कहना है कि हमे अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। जब कोई शिकायत करेगा तो मामले की जांच करेंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज की छात्राओं ने आरोप लगाया कि उनके वार्षिक फेस्ट के दौरान दर्जनों बाहरी लड़कों ने कॉलेज में तोड़-फोड़ की। साथ ही नशे में धूत होकर छात्राओं ने इस दौरान छेड़खानी करने का भी आरोप लगाया है।
घटना गुरुवार शाम की बताई जा रही है। हालांकि, कॉलेज अधिकारी इस मामले में कोई शिकायत दर्ज होने की बात से साफ इंकार कर रहे हैं। यह कथित घटना कॉलेज में वार्षिक उत्सव ‘रेवेरी’ के तीसरे दिन हुई। कार्यवाहक प्रिंसिपल प्रोमिला कुमार ने बताया, ‘इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है। यह कार्यक्रम डीयू के अन्य कॉलेजों में पढ़ने वाले लड़कों के लिए भी खुला था।’
6 फरवरी की है घटना
खबरों की माने तो कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष सुंदरम ठाकुर ने बताया कि यह कथित घटना 6 फरवरी को शाम 4 से 5 बजे के बीच हुई थी। उन्होंने कहा कि पुरुषों के लिए इस आयोजन में प्रवेश प्रतिबंधित था।
सुंदरम ठाकुर ने बताया, ‘हमने कॉलेज के हर छात्रा को पास दिए थे और यह उन्हें निर्णय लेना था कि वो पुरुष या महिला किसके साथ वहां प्रवेश करना चाहते हैं। कार्यक्रम के आयोजक यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि यहां सीमित संख्या में लोग पहुंचे, लेकिन कार्यक्रम के दौरान शाम को गेट पर भारी भीड़ जमा हो गई थी।’
गार्गी कॉलेज में छात्राओं के साथ कथित छेड़छाड़ के मामले में दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक इस मामले को लेकर किसी तरह की शिकायत नहीं मिली है।
हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि कॉलेज में छात्राओं से अभद्रता करने वाले कॉलेज के छात्र थे या बाहरी। लेकिन इस ये सवाल खड़ा हो गया है कि दिल्ली की 4000 हजार छात्राएं कितनी सेफ हैं और जो गार्गी कॉलेज में हुआ वो और कहां-कहां हो सकता है? हमारी पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन कितना तैयार है।