जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. जनरल बिपिन रावत के साथ हेलीकाप्टर क्रैश में शहीद हुए पैरा कमांडो जितेन्द्र कुमार वर्मा का मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के पैतृक गाँव धामंदा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके छोटे भाई धर्मेन्द्र ने उन्हें मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार से पहले उनकी पत्नी सुनीता ने अपने शहीद पति को सैल्यूट किया.
शहीद जितेन्द्र कुमार वर्मा का पार्थिव शरीर पूर्वाह्न 11 बजे भोपाल हवाई अड्डे पर पहुंचा. फूलों से सजा सेना का वाहन उन्हें हवाई अड्डे से लेकर सीहोर के लिए रवाना हुआ. भोपाल से सीहोर तक जगह-जगह लोगों ने शहीद पर पुष्प वर्षा की. डेढ़ बजे सेना का वाहन शहीद के गाँव पहुंचा. जहाँ बड़ी संख्या में लोग पहले से मौजूद थे. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शहीद को अपनी श्रद्धांजलि देने उनके गाँव पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने शहीद की पत्नी को एक करोड़ रुपये की मदद और सरकारी नौकरी देने का एलान किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद के नाम एक स्कूल का नाम रखा जायेगा और गाँव में शहीद की प्रतिमा लगाई जायेगी.
शहीद जितेन्द्र कुमार वर्मा का पार्थिव शरीर उनके गाँव पहुंचा तो गाँव की अधिकाँश छतों पर तिरंगे लहरा रहे थे और हर घर की छत पर लोग फूलों के साथ मौजूद थे. सेना का वाहन फूलों की बारिश के बीच से गुज़र रहा था. गाँव धामंदा के अलावा आसपास के इलाकों में शायद ही कोई घर बचा हो जहाँ से लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने न पहुंचे हों. लोगों के दरवाजों पर शहीद की तस्वीर वाले पोस्टर लगे हुए थे.
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