जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. पंचों को परमेश्वर कहा जाता है लेकिन आये दिन पंचायतें ऐसे फरमान सुना देती हैं जिससे पंच की परमेश्वर वाली छवि ध्वस्त हो जाती है. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के पिपराइच इलाके में ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया जिसने पंचों के फैसलों पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.
पिपराइच में चल रहे एक मदरसे में दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा से एक शिक्षक अवैध सम्बन्ध रखे था. इन अवैध सम्बन्धों की चर्चा जब मदरसे से निकलकर सड़क तक आ गई तब लड़की के घर वालों ने मामला पंचायत के सामने रख दिया. पंचायत ने इस गंभीर मामले को पुलिस को सौंपने के बजाय एक अजीब-ओ-गरीब फैसला सुना दिया.
पंचायत ने कहा कि क्योंकि मदरसा शिक्षक अपनी छात्रा के साथ पिछले दो साल से अवैध सम्बन्ध रखे था इसलिए उसे छात्रा के साथ शादी करनी होगी. पंचायत ने बेटी की उम्र की नाबालिग छात्रा के साथ शादी का फरमान सुनाया तो लड़की के घर वालों ने यह फैसला मान लिया मगर शिक्षक के पिता ने पंचायत के सामने आपत्ति उठा दी.
शिक्षक के पिता ने कहा कि उसका बेटा पहले से शादी शुदा है. वह दूसरी शादी कर लेगा तो उसके बीवी-बच्चो के साथ नाइंसाफी होगी. ऐसे में छात्रा के साथ शादी से पहले उसके बेटे को अपनी पचास फीसदी सम्पत्ति अपने बीवी बच्चो के नाम करने की वसीयत रजिस्टर्ड करानी होगी.
शिक्षक के पिता ने कहा कि अगर ऐसे ही उसके बेटे की दूसरी शादी हो जायेगी तो दूसरी पत्नी से पैदा होने वाली संतान और पहली पत्नी से पैदा हुई संतानों के बीच सम्पत्ति का विवाद जन्म ले लेगा.
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मदरसा शिक्षक ने अपनी पत्नी और बच्चो के नाम अपनी पचास फीसदी सम्पत्ति करने की वसीयत रजिस्टर्ड करा देने की बात पर हामी भर दी तो मामला पंचायत ने खत्म कर दिया.