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After quitting BJP, MLAs Swami Prasad Maurya, Dharam Singh Saini, Bhagwati Sagar and Vinay Shakya join Samajwadi Party in presence of SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/Dz6M7yiRSk
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 14, 2022
मौर्य ने 1996 में पहली बार बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता था। इसके बाद वे 2007 का चुनाव हार गए थे, फिर भी मायावती ने उन्हें अपनी सरकार में मंत्री बनाया।
साल 2012 में मौर्य फिर से बसपा के टिकट पर चुनाव जीते लेकिन उनके बेटे उत्कृष्ट मौर्य और बेटी संघमित्रा मौर्य चुनाव हार गए।
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साल 2016 के अंत में मौर्य ने मायावती का साथ छोड़ दिया और बीजेपी में शामिल हो गए। साल 2017 में उन्होंने विधानसभा का चुनाव जीता और योगी सरकार में मंत्री बने।
इतना ही नहीं साल 2019 में उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य ने बीजेपी के टिकट पर बदायूं से लोकसभा का चुनाव लड़ा और सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव को हराया। हालांकि संघमित्रा मौर्य अभी भी बीजेपी में है।
स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफा देने के बाद उनके कई समर्थक विधायकों ने भी बीजेपी छोड़ दिया है। मौर्य के इस्तीफे के बाद बीजेपी विधायक ब्रजेश प्रजापति, विधायक भगवती सागर, विधायक रौशन लाल, विधायक विनय शाक्य, विधायक बाला अवस्थी और विधायक मुकेश वर्मा ने भी इस्तीफा दिया। इतना ही नहीं मौर्य के अलावा दो और मंत्री भी योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे चुके हैं।