जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जब से योगी राज आया है तब से कई बड़े बदमाशों को या तो यूपी छोडऩा पड़ा या फिर उनका खात्मा हुआ है। योगी सरकार जब से सत्ता में आई तब से उसने यूपी में कानून का राज स्थापित करने की बात कही थी।
इतना ही नहीं इस दौरान योगी राज में बड़े बदमाशों की हालत खराब हो गई थी और वो थाने पहुंचकर खुद को पुलिस के हवाले कर रहे थे। आज उत्तर प्रदेश में गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी असद और गुलाम को एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया है।
इससे तो एक बात साफ हो गई योगी राज में बड़े-बड़े बदमाशों की अब खैर नहीं है। योगी राज में शकील, रोहित सांडू, विकास दुबे और असद ढेर हुए। ऐसे कई कुख्यात बदमाश है जिनके ऊपर योगी सरकार काल बन गई है। आइए हम आपको बताते हैं और कौन-कौन बड़े बदमाशों का खात्मा हुआ है।
12 जुलाई 2019 को शकील और भूरा का एनकाउंटर पुलिस ने किया था। इन दोनों कुख्यात बादमाशों का आतंक मेरठ में खूब देखने को मिलता था लेकिन पुलिस ने इन दोनों को मौत की नींद तब सुलाई जब वो वो दोनों कलेक्शन एजेंट से 9.90 लाख की लूट करने के बाद पल्लवपुरम की पॉश कॉलोनी उदय सिटी में छिपे थे। इस दौरान उन्होंने एक परिवार को बंधक बना लिया था और पुलिस ने जब उस मकान को घेरा तो ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद 20 मिनट में पुलिस ने दोनों काम तमाम कर दिया।
16 जुलाई 2019 – रोहित सांडू और राकेश यादव का एनकाउंटर की कहानी काफी रोचक है। मुजफ्फरनगर में पुलिस और बदमाशों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई थी लेकिन दोनों तरफ में जोरदार गोलीबारी हुई लेकिन मुठभेड़ के दौरान एक लाख का इनामी फरार बदमाश रोहित सांडू और उसका दूसरा साथी राकेश यादव पुलिस ने मार गिराया।
19 फरवरी 2020 – शक्ति नायडू एनकाउंटर : पंजाब, दिल्ली और पश्चिम यूपी में खौफ और आतंक का नया नाम बन चुके कुख्यात शक्ति नायडू पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहा था लेकिन 19 फरवरी 2020 को पुलिस ने नायडू को एक एनकाउंटर में मार गिराया था।
8 जुलाई 2020 – अमर दुबे एनकाउंटर आपको याद होगा। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की जान लेने वाले विकास दुबे और उसके गुर्गों की तलाश तेज हो गई है। आखिरकार पुलिस ने विकास दुबे के दाहिना हाथ माने जाने वाले अमर दुबे को मार गिराया गया है।
इसके बाद 10 जुलाई 2020 – विकास दुबे को भी एनकाउंटर में मौत के घाट उतार दिया था। 9 जुलाई 2020 की शाम 7.30 बजे पुलिस उसे लेकर उज्जैन से कानपुर के लिए रवाना हुई थी। 10 जुलाई की सुबह करीब 6.30 बजे पुलिस का काफिला विकास को लेकर कानपुर की सीमा में दाखिल हुआ था। इसी दौरान गाड़ी पलटी और विकास दुबे फरार होना चाहा लेकिन पुलिस ने उसे मार गिराया। इस एनकाउंटर को लेकर पुलिस पर भी सवाल उठे थे।
15 अक्टूबर 2022-जफर एनकाउंटर काफी चर्चा में रहा था। वहीं 3 अप्रैल 2022 – शिवम एनकाउंटर भी आपको याद होगा।ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 पुलिस ने अपहरण के एक मामले का खुलासा करते हुए शिवम नाम के एक बदमाश को पुलिस मुठभेड में ढेर कर दिया था।