जुबिली न्यूज़ डेस्क
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल बनेंगे। बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गिरीश चंद्र मुर्मू का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। उन्होंने बुधवार को अपने इस्तीफे की पेशकश की थी । मुर्मू को अगला कंट्रोलर ऑफ ऑडिट जनरल बनाया जा सकता है।
गौरतलब है कि 370 हटने के बाद जीसी मुर्मू को अक्टूबर 2019 में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर का पहला उप-राज्यपाल बनाया गया था।गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी जीसी मुर्मू को कानून व्यवस्था का काफी अनुभव है।नरेंद्र मोदी के गुजरात के सीएम रहने के दौरान उन्हें गृह विभाग में सचिव रहने के बाद सीएमओ में भी उनके सचिव थे। मुर्मू 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
Manoj Sinha to be the new Lieutenant Governor of Jammu and Kashmir as President Kovind accepts the resignation of Girish Chandra Murmu. pic.twitter.com/QPS5D1jO8h
— ANI (@ANI) August 6, 2020
वहीं अब जब मनोज सिन्हा को नए एलजी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे ये साफ़ है कि एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के उच्चस्थ पद पर राजनीतिक एंट्री हुई है। इससे पहले जब जम्मू-कश्मीर पूर्ण राज्य था तब सत्यपाल मलिक यहां के राज्यपाल थे, लेकिन जब केंद्रशासित प्रदेश बना तो अधिकारी जीसी मुर्मू को भेजा गया। उनकी गिनती भी प्रधानमंत्री के खास अधिकारियों में होती रही है।
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जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय संचार मंत्री और और रेल राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। वह बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं। उनका गाजीपुर के अलावा बलिया, मऊ और आजमगढ़ जिलों में काफी दबदबा माना जाता रहा है। सिन्हा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष रहे अमित शाह के करीबी माने जाते हैं।
गाजीपुर में जन्में और आईआईटी बीएचयू से पढ़े मनोज सिन्हा की छवि काफी अच्छी है। सिन्हा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। सिन्हा साल 1989 में बीजेपी राष्ट्रीय परिषद के सदस्य बने फिर साल 1996, साल 1999 और साल 2014 में गाजीपुर से सांसद बने।