न्यूज़ डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया और सबसे पहले दिवाली की शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने गुरुनानक के जीवन पर रोशनी डाली। पीएम मोदी ने कहा कि रोशनी के इस त्यौहार पर सकारात्मकता को अपनाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि आज दुनिया के कई देश दिवाली मनाते हैं।
राम जन्मभूमि पर फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में अयोध्या मामले पर पर 2010 में हाई कोर्ट द्वारा आए फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा समाज हमेशा से देश की एकता और सद्भाव के लिए सतर्क रहा है। राम मंदिर मामले पर इलाहाबाद हाई कोर्ट का जब फैसला आना था तो देश में कुछ बयान बोलो और बड़बोले लोगों ने क्या-क्या बोला था और कैसा माहौल बनाया गया था।
उन्होंने कहा कि ये सब पांच-दस दिन तक चलता रहा। लेकिन जैसे ही फैसला आया तो राजनीतिक दलो, सामाजिक संगठनों, सभी संप्रदायों के लोगों, साधू-संतो और सिविल सोसाइटी के लोगों ने बहुत संतुलित बयान दिया था। न्याय पालिका के गौरव का सम्मान किया। इसे हमें ध्यान देना चाहिए कि देश में कितनी बड़ी ताकत है।
PM @narendramodi says why he vividly remembers the day Allahabad HC delivered the Ram Janmabhoomi verdict.
Thanks to the people of India, social organisations, Saints, Seers and leaders of all faiths, it became a day that furthered unity and the judiciary was also respected. pic.twitter.com/p2AoC46AEm
— PMO India (@PMOIndia) October 27, 2019
रन फॉर यूनिटी
पीएम मोदी ने कहा 31 अक्टूबर को हर बार की तरह रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जा रहा है जिसमें समाज के हर वर्ग और हर तबके के लोग शामिल होंगे। रन फॉर यूनिटी इस बात का प्रतीक है कि यह देश एक है। एक दिशा में चल रहा है और एक लक्ष्य को प्राप्त करना चाहता है। एक लक्ष्य- एक भारत श्रेष्ठ भारत।
पीएम ने कहा कि हम सब जानते हैं कि भारत के प्रथम गृह मंत्री के रूप में सरदार वल्लभभाई पटेल ने रियासतों को एक करने का एक बहुत बड़ा भगीरथ और ऐतिहासिक काम किया। सरदार वल्लभभाई पटेल की ये ही विशेषता थी जिनकी नजर हर घटना पर टिकी थी। एक तरफ उनकी नजर हैदराबाद, जूनागढ़ और अन्य राज्यों पर केंद्रित थी, तो वहीं दूसरी तरफ उनका ध्यान सुदूर दक्षिण में लक्षद्वीप पर भी थी।
मैन ऑफ डीटेल
पीएम ने कहा कि सरदार पटेल बारीक से बारीक चीजों को भी बहुत गहराई से देखते थे, परखते थे। सही मायने में वे मैन ऑफ डीटेल थे। इसके साथ ही वे संगठन कौशल में भी निपुण थे। मुझे विश्वास है कि 31 अक्टूबर की तारीख आप सबको जरूर याद होगी। यह दिन भारत के लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म जयंती का है।
पीएम ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही, करीब 85 देशों के राजदूत, दिल्ली से अमृतसर गये थे। वहां राजदूतों ने स्वर्ण मंदिर के दर्शन तो किए ही, उन्हें सिख परम्परा और संस्कृति के बारे में भी जानने का अवसर मिला। इसके बाद कई राजदूतों ने सोशल मीडिया पर वहां की तस्वीरें साझा की।
गुरु नानक को किया याद
पीएम मोदी ने कहा कि गुरु नानक ने निस्वार्थ भाव से समाज और देश की सेवा की। उनके इस सेवाभाव से कई सारे संत भी प्रभावित हुए। गुरुनानक देव ने अपना संदेश दुनिया में दूर-दूर तक पहुंचाया। वे अपने समय में सबसे अधिक यात्रा करने वालों में से थे। गुरुनानक देव ने छुआछूत जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ मजबूती के साथ खड़े रहे।
लक्ष्मी का सम्मान करें
पीएम ने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों, पिछली मन की बात में हमने तय किया था कि इस दीपावली पर कुछ अलग करेंगे। मैंने कहा था आइए, हम सभी इस दीपावली पर भारत की नारी शक्ति और उनकी उपलब्धियों को सेलिब्रेट करें, यानी भारत की लक्ष्मी का सम्मान करें।
फेस्टिवल टूरिज्म
पीएम मोदी ने कहा कि आजकल दुनिया के अनेक देशों में दिवाली मनाई जाती है. विशेष बात यह है कि इसमें सिर्फ भारतीय समुदाय ही शामिल नहीं होता बल्कि अब कई देशों की सरकारें और वहां के नागरिक दिवाली में शामिल होते हैं। पीएम ने कहा कि दुनिया भर में फेस्टिवल टूरिज्म का अपना ही आकर्षण है। हमारा भारत जो त्यौहारों का देश है, उसमें फेस्टिवल टूरिज्म की भी अपार संभावनाएं हैं।