न्यूज डेस्क
केंद्रीय गृह मंत्रालय नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लगातार एक्शन में है। इस बार गृह मंत्रालय ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की सुरक्षा से एसपीजी कमांडो को वापस ले लिया है। इस मामले पर गृह मंत्रालय ने बताया कि सिक्यॉरिटी कवर की समीक्षा खतरे की आशंका के आधार पर समय समय पर की जाने वाली प्रोफेशनल प्रक्रिया है, जो कि सुरक्षा एजेंसियों के आकलन पर निर्भर होती है। हालांकि उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा कवर दी जाएगी।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा वापस लेने का फैसला कैबिनेट सचिव और गृह मंत्रालय के बीच समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया है। उन्होंने खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर इसका फैसला किया। अभी तक सिर्फ पांच लोगों को एसपीजी सुरक्षा मिली थी। लेकिन पूर्व पीएम की सुरक्षा हटने के बाद अब केवल चार लोगों के पास ही एसपीजी सुरक्षा रह गयी है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल हैं।
अभी तक पूर्व पीएम मनमोहन सिंह एसपीजी के करीब 200 जवानों के सुरक्षा घेरे में रहते थे। लेकिन अब सभी जवानों को वापस बुला लिया गया है। हालांकि, मनमोहन सिंह को जेड प्लस की सुरक्षा मिलती रहेगी। यानि उनके साथ एनएसजी और सीआरपीएफ के कमांडो तैनात रहेंगे। बता दें कि जेड प्लस सुरक्षा व्यवस्था में 55 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। साथ ही करीब एक दर्जन एनएसजी कमांडो होते हैं।
इन नेताओं की सुरक्षा में हुई कटौती
बता दें कि इससे पहले पिछले महीने गृह मंत्रालय ने देश के कई बड़े नेताओं को सुरक्षा में कटौती की है। इसमें आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, बीएसपी सांसद सतीश चंद्र मिश्रा, यूपी बीजेपी के नेता संगीत सोम, बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी सहित कई नेता शामिल है।