जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार की सियासत में इस वक्त घमासान देखने को मिल रहा है। दरअसल यहां पर महागठबंधन की सरकार है लेकिन बीजेपी इस सरकार को लगातार घेर रही है।
कल अमित शाह बिहार में थे जबकि महागठबंधन ने एक जोरदार रैली की है। इस रैली में मौजूदा महागठबंधन ने नेताओं ने मोदी के साथ-साथ अमित शाह पर जमकर हमला बोला है।
वहीं नीतीश कुमार ने कल कहा था कि आजकल मांझी जी पर बीजेपी की नजर है। अब बहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस पर चुप्पी तोड़ी है।
उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी है और कहा है कि वो नीतीश कुमार का साथ छोडक़र कहीं नहीं जाएंगे। महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में उन्होंने सीएम नीतीश को ये भरोसा दिलाया है।
बता दें कि भाषण के दौरान नीतीश कुमार ने पूर्व सीएम और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी के पाला बदलने का डर और शंका जाहिर की थी लेकिन जीतन राम मांझी ने साफ कर दिया है वो नीतीश कुमार के साथ हमेशा रहेंगे। वहीं कल नीतीश कुमार ने कहा था कि अगर बिहार में सात पार्टी एक साथ हो जाये तो बीजेपी को 100 सीटों से भी कम पर समेट देंगे। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस को साथ आने के लिए कहा।
बिहार के पूर्णिया में शनिवार को महागठबंधन की महारैली हुई। इसमें नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने अपने ही अंदाज में अमित शाह को जवाब दिया है जबकि लालू यादव ने वर्चुअली संबोधित किया। सिंगापुर से किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के बाद लालू फिलहाल दिल्ली में हैं।
लालू ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। लालू ने वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी कोई दल नहीं, वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुखौटा है।
कुल मिलाकर देखा जाये तो बिहार में नीतीश कुमार और लालू यादव की जोड़ी इस वक्त बीजेपी के लिए मुश्किलें पैदा करती हुई नजर आ रही है। वहीं बीजेपी भी लगातार लालू और नीतीश को घेर रही है।