जुबिली स्पेशल डेस्क
मणिपुर एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल यहां पर बेहद खौफनाक घटना सामने आई है। स्थानीय मीडिया की माने तो मणिपुर में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र सडक़ पर घुमाने का शर्मनाक मामला सामने आया है।
बात यहीं पर खत्म नहीं हुई बल्कि घटना का वीडियो बनाया गया है और फिर इसे देशभर वायरल कर दिया गया है।अब तक मणिपुर में हिंसा देखने को मिल रही थी उसमे मार-काट की खबरें लगातर आती रही है लेकिन बुधवार को दो महिलाओं के साथ बर्बरता और भयावहता का जो वीडियो सामने आया, जिसके बाद पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
इस पूरी घटना के बाद पीडि़त महिलाएं और उनका परिवार डरा हुआ और पूरी तरह से सदमे में है। पीडि़ता की मां ने देश के एक जाने-माने न्यूज चैनल से बातचीत में अपना दर्द बयां किया और बताया है कि उस दिन उनके परिवार के साथ क्या हुआ है। एक महिला के साथ हैवानियत से पहले उसके पिता और भाई को उसके सामने मौत की नींद सुला दी गई।
पीड़िता की मां ने NDTV को बताया, “मैंने सबसे छोटा बेटा खो दिया है, जो मेरी पूरी उम्मीद था. मैं उम्मीद कर रही थी कि एक बार वह 12वीं की पढ़ाई पूरी कर लेगा तो कुछ काम करने लगेगा।
बहुत मुश्किलों के बाद मैंने उसे उचित शिक्षा हासिल करने के लिए स्कूल भेजा था. अब उसके पिता भी नहीं रहे. मेरे बड़े बेटे के पास नौकरी नहीं है।
इसलिए जब मैं अपने परिवार के भविष्य के बारे में सोचती हूं, तो मुझे लगता है कि कोई उम्मीद नहीं बची है. मैं निराश और असहाय महसूस करती हूं।
मेरे दिमाग में और कुछ भी नहीं चल रहा है।’पीड़िताओं में एक महिला ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में आरोप लगाया है कि पुलिस मौके पर मौजूद थी। वो लोग कपड़े उतरवा रहे थे। यौन हिंसा कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। मामला 4 मई का है।इसकी पहली एफआईआर घटना के 15 दिन बाद दर्ज की गई थी. पहली गिरफ्तारी गुरुवार को हुई।
इस शर्मनाक घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा है और मणिपुर सरकार पर सवाल उठ रहा है। सवाल उठ रहा है कि आखिर कैसे इतना बड़ी घटना हो गई और पुलिस ने कुछ नहीं किया । विपक्ष लगातार इस घटना पर सरकार को घेर रहा है।