जुबिली न्यूज़ डेस्क
कोरोना काल के दौरान अलग-अलग राज्यों से उत्तर प्रदेश लौटे श्रमिकों और कामगारों के रोजगार को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक की। यह बैठक उनके सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर हुई।बैठक में उन्होंने औद्योगिक विकास और एमएसएमई विभाग के अधिकारियों के अधिकारियों को रोजगार तलाशने के साथ ही उद्योगों और सेवा प्रदाता संगठनों को मैन पावर सप्लाई करने के लिए एक मोबाइल एप तैयार करने के निर्देश दिए।
सरकारी आवास पर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में सीएम ने मानव संसाधन को उद्योग जगत की रीढ़ बताया। जोकि प्रदेश में इस समय बड़ी संख्या में श्रमिक के रूप में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों ने अपने पसीने से समाज व राष्ट्र का निर्माण किया है। प्रदेश में आए कामगारों और श्रमिकों के श्रम से अब उत्तर प्रदेश का नव-निर्माण होगा।
मानव संसाधन उद्योग जगत की रीढ़ है। यही रीढ़ अब बड़ी संख्या में श्रमिक के रूप में प्रदेश में उपलब्ध हैं। श्रमिकों ने अपने पसीने से समाज व राष्ट्र का निर्माण किया है। प्रदेश में आए कामगारों/श्रमिकों के श्रम से अब उत्तर प्रदेश का नव-निर्माण होगा: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/8DwbxGxiOj
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) June 13, 2020
सीएम ने जोर देते हुए कहा कि कामगार-श्रमिकों की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की दिशा में काम किया जाए। साथ ही इनको बीमा कवर भी अवश्य उपलब्ध कराए जाए। कोरोना के खिलाफ जंग एक अदृश्य शत्रु के साथ युद्ध के समान है।
जब तक इस महामारी के उपचार के लिए कोई कारगर दवा या वैक्सीन विकसित नहीं हो जाती, तब तक कोरोना से बचाव केवल उपचार है। इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि अनलॉक व्यवस्था के दौरान भी कोरोना से बचाव के लिए पूरे अनुशासन के साथ रहना जरूरी है। इसके लिए आम जनता को यह बताया जाए कि कोरोना के लक्षणों को छिपाने से इसका उपचार सम्भव नहीं, इसके लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त करें। साथ ही आरोग्य सेतु और आयुष कवच-कोविड एप को डाउनलोड करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करें।