जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली. कोरोना अभी खत्म भी नहीं हुआ कि मंकीपॉक्स ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। केरल में मंकीपॉक्स से युवक की मौत के बाद देश में चिंताजनक स्थिति बन गई है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही अपने स्तर से मंकीपॉक्स वायरस से जुड़ी सभी जानकारियां हासिल कर रही हैं। इसी क्रम में भारत सरकार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में अधिकारियों से पूछा कि, मंकीपॉक्स से संक्रमित होने के बाद भी युवक ने कैसे भारत के लिए फ्लाइट ली थी।
सूत्रों से मिली जामकारी के अनुसार युवक 22 जुलाई को केरल के लिए एक विमान में सवार हुआ, जबकि यूएई में ही उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। एक अधिकारी ने बताया, ‘हम यूएई के अधिकारियों से यह जानने के लिए मिले हैं कि मंकीपॉक्स वायरस की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बावजूद युवक को विमान में चढ़ने की अनुमति क्यों दी गई। हम अपने हवाई अड्डों पर सभी की कड़ी जांच कर रहे हैं और हम अन्य देशों से भी यही उम्मीद करते हैं।
एक टास्क फोर्स का गठन किया
अधिकारी ने कहा, ‘हम लोगों को संक्रमण के बारे में भी जागरूक कर रहे हैं, फिर भी मरीज ने ना तो केरल पहुंचने के बाद भी तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी और उसकी हालत खराब होने से पहले वह करीब 5 दिन तक बाहर घूमता रहा। भारत में सोमवार को मंकीपॉक्स का छठा मामला सामने आया। केंद्र ने देश में मंकीपॉक्स की स्थिति पर नजर रखने के लिए नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स का गठन किया है। समिति को स्थिति पर नजर रखने के अलावा संक्रमण के लिए स्वदेशी डायग्नोस्टिक किट विकसित करने का काम सौंपा गया है।
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राजस्थान में भी मंकीपॉक्स का पहला मरीज मिला
दूसरा मामला दिल्ली का है जहां 35 वर्षीय एक नाइजीरियाई व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई। वहीं, देश में मंकीपॉक्स से मौत का पहला मामला केरल में दर्ज किया गया। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को राजस्थान में भी मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध मरीज मिला। उन्होंने बताया कि राज्य में 20 वर्षीय एक युवक को पिछले चार दिनों से बुखार और शरीर पर दाने होने की शिकायत के बाद एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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