न्यूज डेस्क
भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। चंद्रयान 2 के चंद्रमा के सतह पर पहुंचने की प्रक्रिया के बीच पूरा देश उत्साहित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात चंद्रयान-2 की लैंडिंग का साक्षी बनने के लिए बेंगलुरु में इसरो के सेंटर में वैज्ञानिकों और कई स्कूली बच्चों के साथ मौजूद रहेंगे।
बेंगलुरु रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी है और देशवासियों से एक अपील भी की है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि लोग देर रात चंद्रयान-2 की लैंडिंग देखें और इस दौरान अपनी तस्वीर क्लिक कर ट्वीट करें। पीएम मोदी का कहना है कि वह उन तस्वीरों को रिट्वीट करेंगे।
आपको बात दें कि 1.30 बजे चंद्रयान-2 का विक्रम लैंड चांद की सतह पर उतरना शुरू होगा। ये प्रक्रिया सात सितंबर सुबह 5 बजे तक चलेगी। इस दौरान पीएम मोदी रात को ही इसरो सेंटर पहुंच जाएंगे, वह शुरुआत में सेंटर में रहेंगे फिर कुछ देर के लिए होटल जाएंगे। शनिवार सुबह जब लैंडिंग प्रक्रिया पूरी होगी तो पीएम मोदी फिर इसरो सेंटर में पहुंचेंगे।
दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) मुद्दे पर मोदी सरकार को एक बार फिर निशाना साधा है। एनआरसी पर बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि देश में आर्थिक मंदी है। इससे ध्यान हटाने के लिए चंद्रयान-2 मिशन का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। देश में पहला चंद्रयान लॉन्च है, ऐसा लग रहा है कि मोदी के सत्ता में आने से पहले इस तरह के मिशन शुरू नहीं हुए थे।
ममता बनर्जी ने कहा कि ऐसा लगता हैै जैसा कि पहली बार देश में चंद्रयान लॉन्च हुआ है। इससे पहले भी वे सत्ता में थे तब ऐसा मिशन क्यों नहीं हुआ। यह सब आर्थिक आपदा से लोगों को ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए ममता ने कहा कि आप अमेरिका, रूस और इजरायल को मैनेज कर सकते हैं, लेकिन बंगाल को नहीं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले से पश्चिम बंगाल की सीएम ममता और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच रिश्ते खराब हैं। दोनों एक दूसरे ऊपर लगातार हमलावर रहते हैं। एनआरसी के मुद्दे पर एक बार फिर दोनों एक दूसरे के सामने आ गए हैं।
इस बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया गया। ममता सरकार की ओर से पेश किए गए इस प्रस्ताव को पारित भी कर दिया गया। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को छोड़कर अन्य सभी दलों ने प्रस्ताव का समर्थन किया। बीजेपी विधायक स्वाधीन सरकार ने बंगाल में भी एनआरसी की मांग की है।
खबरों की माने तो 12 सितंबर को ममता बनर्जी असम जा सकती हैं और वहां एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर सकती हैं। इस मुहिम पर काम करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रही हैं। हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने ममता बनर्जी के इस कदम का विरोध किया है।
इससे पहले ममता बनर्जी ने एनआरसी से गोरखा समुदाय के 100,000 से ज्यादा लोगों के बाहर होने पर हैरानी जाहिर की थी। ममता ने कहा था कि एनआरसी से हजारों भारतीय बाहर हो गए हैं। ममता बनर्जी ने 1 सितंबर को एक के बाद एक कई ट्वीट कर सरकार से यह सुनिश्चित करने की मांग की थी कि असली भारतीय सूची से बाहर नहीं हों और उन्हें न्याय सुनिश्चित किया जाए।