न्यूज डेस्क
चुनाव में अफसर ने अपने जगह माली को ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाकर भेज दिया और माली इलेक्शन कमिशन की विडियो सर्विलांस टीम का भी करीब एक महीने तक सामना किया, लेकिन किसी को शक नहीं हुआ। ड्यूटी के दौरान माली पकड़ में नहीं आया लेकिन होटल के एक बिल की वजह से माली की पोल खुल गई। अब अफसर और माली दोनों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
हरियाणा के उद्यान विभाग के एक माली-कम-चौकीदार संदीप कुमार पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। उस पर चुनाव के दिन ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर काम करने का आरोप लगा है।
माली ने ऐसा खुद से नहीं बल्कि अपने बॉस और उद्यान विकास अधिकारी अजित मलिक को खुश करने के लिए किया। अधिकारी की ड्यूटी सोनीपत के गनौर विधानसभा क्षेत्र में लगी थी, जहां उसने अपनी जगह माली को भेज दिया था।
माली ने इतने सूझबूझ से काम किया कि किसी को कोई शक नहीं हुआ। इस दौरान मााली ने खूब मौज की। चुनाव आयोग की विडियो सर्विलांस टीम का माली हिस्सा था। चुनाव में विडियो सर्विलांस टीम कैंडिडेट्स के खर्चों पर नजर रखती है।
70 हजार के बिल से खुली पोल
इस मामले का खुलासा एक बिल को लेकर हुआ। दरअसल माली की एक होटल मालिक से 70,000 रुपये के बिल को लेकर बहस हो गई। यह मामला जब गनौर के एसडीएम-कम-सहायक रिटर्निंग ऑफिसर की जानकारी में आया, तब पड़ताल में माली की असलियत सामने आ गई। सहायक रिटर्निंग ऑफिसर ने अपनी शिकायत में कहा कि उद्यान विकास अधिकारी अजित मलिक सोनीपत में तैनात हैं। चुनाव में उन्हें बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनाती दी गई थी। मलिक को यह ड्यूटी सोनीपत के डेप्युटी कमिश्नर-कम-रिटर्निंग ऑफिसर ने दी थी।
जांच में हुआ खुलासा
मामले की जांच में सामने आया कि मलिक ने अपनी जगह उद्यान विभाग के माली संदीप कुमार को भेज दिया। एसडीएम ने अपनी शिकायत में आगे बताया कि संदीप ने ना सिर्फ बतौर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट इतने दिनों तक ड्यूटी की, बल्कि स्थानीय नेताओं से अपने पेट्रोल-डीजल और होटल में रहने का खर्चा भी लिया। किसी को शक तक नहीं हुआ क्योंकि मलिक ने अपना मोबाइल फोन भी संदीप को दे दिया था।
दोनों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने संदीप और मलिक के खिलाफ आईपीसी 419, 420, 409, 166, 170, 171 और 120बी के तहत केस दर्ज किया है। सहायक रिटर्निंग ऑफिसर ने इस बारे में एक रिपोर्ट सोनीपत के डेप्युटी कमिश्नर को भेजी है। उधर उद्यान विभाग के महानिदेशक ने कहा कि इस बारे में जिला प्रशासन सोनीपत से एक रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने कहा, ‘दोनों के खिलाफ कोई कार्रवाई जिला प्रशासन की रिपोर्ट मिलने के बाद ही की जा सकेगी।’