जुबिली न्यूज डेस्क
मालेगांव ब्लास्ट मामले में अब तक करीब बीस गवाहों का परीक्षण किया गया है, जिनमें से 15 मुकर गए हैं। इस मामले को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।
भाजपा ने कहा है कि मालेगांव ब्लास्ट मामले में नए तथ्य आने के बाद कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपने देख लिया होगा कि कांग्रेस ने कैसे 2008 के मालेगांव ब्लास्ट मामले में भाजपा और आरएसएस के नेताओं के खिलाफ गलत मामला दर्ज किया था।
#WATCH Congress ruled for a long time…You must have seen Maharashtra ATS statement…you must have seen how at that time they used to put wrong cases on workers and leaders of BJP, RSS in the 2008 Malegaon blast case. Congress should apologise for it: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/0BAKVa9jRz
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 29, 2021
वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी प्रेस कॉन्फ्ऱेंस में कांग्रेस और राहुल गांधी पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अलगाववाद की राजनीति करते हैं।
Media briefing by Dr. @sambitswaraj at party headquarters in New Delhi. https://t.co/lVkgXe2Kde
— BJP (@BJP4India) December 29, 2021
पात्रा ने कहा, “भगवा को बदनाम करने के लिए कांग्रेस साजिश करती रही है। कांग्रेस के मन में हिंदुओं के प्रति घृणा का भाव रहता है। साजिश कितना बड़ा रहा होगा, इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं। भगवा आतंकवाद शब्द राहुल गांधी ने ही गढ़ा हैं।”
यह भी पढ़ें : भारत में ओमिक्रॉन के मामले 750 के पार, 21 राज्यों में फैला कोरोना का नया वेरिएंट
यह भी पढ़ें : मालेगांव धमाके का 15वां गवाह भी पलटा, जानिए कोर्ट से क्या कहा?
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ के सीएम ने पूछा- क्या यूपी चुनाव टालने का षड्यंत्र कर रही है बीजेपी?
प्रवक्ता ने कहा कि मालेगांव मामले में कैसे लोगों को प्रताडि़त करके बयान दिलवाए गए, ये भी पता चल गया है। मालेगांव ब्लास्ट केस में एक गवाह ने स्पेशल एनआईए कोर्ट को बताया था कि उन्हें एटीएस और अन्य जाँच एजेंसियों ने प्रताड़ित किया था।
2008 Malegaon blast case | A witness tells Special NIA court that he was tortured by ATS, the then probe agency of the case. He also told the court that ATS forced him to falsely name Yogi Adityanath and 4 other people from RSS.
— ANI (@ANI) December 28, 2021
उन्होंने कहा कि गवाह ने ये भी बताया कि एटीएस ने उन्हें योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के चार अन्य नेताओं के नाम लेने के लिए दबाव डाला था।
उल्लेखनीय है 29 सितंबर 2008 की रात 9.35 बजे महाराष्ट्र के मालेगांव में अंजुमन चौक और भीकू चौक के बीच शकील गुड्स ट्रांसपोर्ट के सामने बम धमाका हुआ था जिसमें छह लोग मारे गए और 101 लोग घायल हुए थे।
यह भी पढ़ें : ‘परिवार के लिए करियर कुर्बान करती हैं पत्नियां, कमाई के बाद भी मिले गुजारा भत्ता’
यह भी पढ़ें : लुधियाना ब्लास्ट का मास्टरमाइंड जर्मनी में गिरफ्तार, कई और शहर थे निशाने पर
यह भी पढ़ें : Health Index : यूपी फिसड्डी लेकिन इस मामले में केरल से आगे
इस मामले में लोकसभा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, सुधाकर द्विवेदी, मेजर रमेश उपाध्याय (सेवानिवृत्त), अजय रहीरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी अभियुक्त हैं। फिलहाल ये सभी जमानत पर बाहर हैं।