जुबिली स्पेशल डेस्क
शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के रिश्तों अब पहले से बेहतर नजर आ रहे हैं। बहू डिंपल को सर्मथन देनेके ऐलान बाद शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की मुलाकात भी हो गई है। इसके बाद से लगने लगा कि चाचा और भतीजे एक हो गए है।
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैदान में उतरी हैं। मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव वो कर दिखाया जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी।
बीजेपी को हराने और सैफई के मुलायम परिवार की सियासत पर खतरा देख देख चाचा-भतीजे के रिश्तों में जमी बर्फ पिघलने लगी और आपसी गिले-शिकवे भुलाकर दोनों एक हो गए है।
अब शिवपाल यादव ने भी साफ कर दिया है कि अब कुछ भी हो अब वो अखिलेश यादव के साथ ही रहेगे।उन्होंने यहां तक कह दिया कि स्थिति आगे चाहे जैसी भी रहेगी अब वह साथ ही रहेंगे। लोकसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव के मद्देनजर प्रसपा नेता शिवपाल सिंह यादव शुक्रवार को जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र पहुंचे और साफ कर दिया है वो अब अखिलेश यादव के साथ रहेगे। उन्होंने बताया कैसे से ये संभव हो पाया। शिवपाल यादव ने कहा कि ‘अब जब बहू लड़ रही है तो हम भी एक हो गए। सभी लोग कहते थे कि एक हो जाओ, अब हम लोग एक हो चुके हैं. हमने अखिलेश यादव से भी कह दिया है अब हम लोग एक ही रहेंगे।’
शिवपाल ने कहा, ‘बहू डिंपल ने टेलीफोन किया था कि हम चुनाव लड़ेंगे, आप आ जाइए. डिंपल ने कहा था अब एक ही साथ रहना है तो मैंने भी कह दिया कि गवाह तुम्हीं को रहना है. हमने डिंपल से कह दिया अगर अखिलेश गड़बड़ करें तो तुम्हें मेरे साथ ही रहना है। अब चाहे जो हो साथ ही रहेंगे।’
बता दे कि डिंपल यादव को जीत पक्की करने के लिए रविवार को एक साथ मंच साझा किया, और एकजुटता का संदेश दिया सोमवार को एक बार फिर से मुलायम कुनबा जसवंतनगर में एक साथ खड़ा नजर आया।