पॉलिटिकल डेस्क
महाराजगंज, उत्तर प्रदेश का लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। जिले का मुख्यालय महाराजगंज है। यह भारत-नेपाल सीमा के समीप स्थित है। सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्या की जन्मस्थली महाराजगंज जिले की स्थापना 2 अक्टूबर 1989 को गोरखपुर जिले से कटकर हुई थी। यह जगह भगवान बुद्ध के भस्मावशेष मिलने के कारण विख्यात है।
विशेषज्ञों का मानना है की यहां सघन खुदाई होने पर भगवान बुद्ध से जुड़े कई अनसुलझे सवालों के जवाब मिल सकते है। उत्तर में नेपाल से लगा यह जिला पूर्व में कुशीनगर, दक्षिण में गोरखपुर और पश्चिम में सिद्धार्थ नगर और संत कबीर नगर से घिरा हुआ है। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह काफी महत्वपूर्ण स्थल है।
इटहिया शिव मंदिर, लेहदा मंदिर, देवी का मंदिर (लेहड़ा), महेशियन का विष्णु मंदिर, बोकरा देवी मंदिर, सोना देवी मंदिर, सोहागी बरवा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। जिले में 1258 गांव और चार तहसील (महाराजगंज, नौतनवा, निचलौल और फरेंदा) है। यह यूपी के उन 34 जिलों में से एक है जिन्हें अति पिछड़ा अनुदान निधि कार्यक्रम के तहत सहायता राशि मिलती है।
2011 की जनगणना के मुताबिक महाराजगंज में 4,26,565 घर है। यहां की आबादी 26,84,703 लाख है जिनमे 13,81,754 लाख पुरुष और 13,02,949 लाख महिलाएं है। यूपी की औसत लिंगानुपात 912 के मुकाबले यहां प्रति 1000 पुरुषों पर 943 महिलाएं है। यहां की औसत साक्षरता दर 52.8 प्रतिशत है, पुरुषों की साक्षरता दर 63.81 प्रतिशत जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 41.25 प्रतिशत है।
कुल आबादी का 18.41 प्रतिशत लोग अनुसूचित जाति से और 0.6 प्रतिशत लोग अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखते है। वर्तमान में यहां कुल मतदाता की संख्या 1,743,131 है जिसमें महिला मतदाता 796,767 और पुरुष मतदाता की संख्या 946,234 है।
महाराजगंज की लोकसभा में कब कौन जीता चुनाव :-