न्यूज डेस्क
यूपी में महोबा के ग्राम सालट में 31 अगस्त को एक धार्मिक समारोह के बाद भोज में नॉनवेज बिरयानी खिलाने के बाद भड़के बवाल ने अब मुकदमे की शक्ल ले ली है। आरोप है कि शाकाहारियों को धोखे से मांसाहारी बिरयानी खिलाई गई।
मामले में पुलिस ने 23 नामजद समेत 43 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। चरखारी कोतवाली में कल्लू, शहादत, छुट्टन, रमजान, रशीद, मुन्ना, पप्पू, मजीद, नजीर, कमरुद्दीन, हजरत, बशीर, राजू, अंसार, अकरम, साबिर, शरीफ, समीम, यूनुस, यूसुफ निवासी गण स्वासामाफ, भूरा व मुन्ना निवासी लाड़पुर सहित 23 नामजद व 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कुछ अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
दरअसल, महोबा में चरखारी कोतवाली क्षेत्र के सालट में दो दिन पूर्व 31 अगस्त को पीर बाबा के उर्स में 13 गांवों के ग्रामीणों को प्रसाद में बिरयानी खिलाने का आरोप लगा। मामला चरखारी कोतवाली के सालट गांव में रहने वाले कल्लू काजी से जुड़ा है, जिसने गांव के बाहर बनी पीर बाबा की मजार पर उर्स का आयोजन बीते शनिवार को कराया था।
उर्स में शामिल होने के लिए कल्लू काजी ने आसपास के करीब 13 गांवों से बड़ी संख्या में भीड़ को एकजुट किया था। ग्रामीणों का आरोप है कि उर्स के आयोजन के बाद कल्लू काजी ने सैकड़ों ग्रामीणों की भावनाओं का खिलवाड़ कर प्रसाद में धोखा देकर भैंसा की बिरयानी खिला दी है।
इस मामले में सभी ग्रामीणों ने पंचायत के दौरान आरोपी कल्लू काजी को गंगा स्नान के लिए 50 हजार का जुर्माना लगाया था और मामला शांत हो गया था। इसके बाद चरखारी विधायक ब्रजभूषण राजपूत गांव पहुंच गए और गांव में पंचायत जुटाकर आरोपी के खिलाफ कठोर कार्यवाही किये जाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया। ग्रामीणों के अनुसार हर साल की तरह इस वर्ष भी मजार पर उर्स हुआ था मगर इस बार उन्हें प्रसाद में भेंसे की बिरयानी खिला दी, जिससे उनका धर्म भ्रष्ट हो गया। उनकी आस्था मजार से जुड़ी है।
वहीं, इस मामले में चरखारी विधायक ने गांव की मजार को ही फर्जी बता डाला और यहीं नहीं मजार में झाड़फूंक और महिलाओं के साथ शारीरिक शोषण तक किये जाने के आरोप लगा डाले। चरखारी विधायक यहीं पर नहीं रुके उन्होंने कहा कि देश के सभी मजारों की जांच होनी चाहिए।
बीजेपी विधायक ब्रजभूषण राजपूत ने कहा कि हिंदुओं की भावनाओँ से जमकर खिलवाड़ किया है। महोबा राठ, पनवाड़ी ओर कुलपहाड़ के अल्पसंख्यक परिवारों ने धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन के बाद उर्स में शामिल सभी को प्रसाद में बिरयानी खिलाकर हिन्दू धर्म से खिलवाड़ किया है।