जुबिली स्पेशल डेस्क
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारी जीत के कुछ ही महीनों बाद, बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन में दरार देखने को मिल रही है।
लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच अनबन बढ़ गई है, और दोनों के बीच बोलचाल तक बंद हो गई है।
बीजेपी शिंदे से छुटकारा चाहती है?
खबरों के मुताबिक, बीजेपी अब खुले तौर पर एकनाथ शिंदे से छुटकारा पाने का मौका तलाश रही है।
सीएम फडणवीस लगातार अन्य दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं, जिससे शिंदे की मुश्किलें बढ़ रही हैं।
विधायकों की सुरक्षा को लेकर नया विवाद
अब शिंदे गुट के विधायकों की सुरक्षा हटाने को लेकर विवाद गहरा गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ विधायकों की ‘वाई’ कैटेगरी सुरक्षा हटा दी गई है, जिससे शिवसेना गुट में नाराजगी है।
2022 में उद्धव ठाकरे से बगावत कर बीजेपी का साथ देने वाले शिंदे गुट के 44 विधायकों और 11 सांसदों को वाई कैटेगरी की सुरक्षा दी गई थी। अब सुरक्षा आकलन के आधार पर कई विधायकों और पार्टी नेताओं की सुरक्षा कम कर दी गई है या वापस ले ली गई है।
शिवसेना में नाराजगी, लेकिन मंत्रियों को पूरी सुरक्षा
शिवसेना इस कदम से काफी नाराज है, क्योंकि उनके अनुसार यह राजनीतिक दबाव का संकेत है। हालांकि, मंत्रियों को अभी भी पूरी सुरक्षा दी जा रही है, जिससे मामला और उलझता जा रहा है।
क्या महाराष्ट्र में जल्द होगा बड़ा सियासी उलटफेर?
महायुति में बढ़ती इस खींचतान के चलते यह सवाल उठ रहा है कि क्या महाराष्ट्र की राजनीति में एक और बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा?ऐसे में कहा जा सकता है कि सीएम फडणवीस लगातार मौके की तलाश में जिससे उनको एकनाथ शिंदे से छुटकारा मिल सके। महायुति में सीएम फडणवीस एकनाथ शिंदे को संदेश देना चाहते हैं कि उनके पास कई विकल्प भी मौजूद है। अब देखना होगा कि शिंदे अगला कदम क्या उठाते हैं।