जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में इस वक्त घमासान मचा हुआ है। भतीजे अजित पवार ने चाचा शरद पवार को जोरदार झटका दिया है और बीजेपी के साथ मिलकर शरद पवार को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
शिंदे सरकार में शामिल अजित पवार को लेकर शरद पवार अब आर पार के मुड़ में नजर आ रहे हैं। उन्होंने दिल्ली में अहम बैठक करते हुए कहा कि मैं ही एनसीपी का अध्यक्ष हूं। किसी और के अध्यक्ष बनने की बात गलत है। वहीं दूसरी तरफ उनके भतीजे अजित पवार के गुट ने पलटवार करते हुए कहा कि ये बैठक पूरी तरह से गैरकानूनी है।
अजित पवार की तरफ से जारी बयान में कहा गया,’शरद पवार ने जो बैठक बुलाई है, वह गैरकानूनी है। एनसीपी के प्रतिनिधित्व को लेकर विवाद ECI के अधिकार क्षेत्र में है।
इसलिए पार्टी के अंदर किसी भी व्यक्ति को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का अधिकार नहीं है। बैठक में लिया गए फैसला मानने के लिए कानूनी तौर पर कोई भी बाध्य नहीं है।
#WATCH | Rahul Gandhi in his meeting with Sharad Pawar said that his full support is with NCP. He also said that Congress is 100% with us and the opposition parties are also standing with NCP: Sonia Duhan, NCP leader pic.twitter.com/frZmoQ1OMw
— ANI (@ANI) July 6, 2023
इस मीटिंग के बाद पार्टी के नेता पीसी चाको ने मीडिया को जानकारी दी है कि मीटिंग में 8 प्रस्ताव पर मुहर लगी है। एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग के बाद पीसी चाको ने कहा कि कमेटी ने पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार में पूरा विश्वास जताया।
उन्होंने बताया कि वर्किंग कमेटी ने शरद पवार के प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे सहित उन 9 नेताओं को पार्टी से निकालने के फैसले पर मुहर लगा दी है, जिन्होंने एनडीए से हाथ मिलाया ।NCP की नेता सोनिया दुहन ने बताया कि राहुल गांधी ने बैठक के दौरान शरद पवार से कहा कि वो पूरी तरह से एनसीपी को सपोर्ट करते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से हमारे साथ है। विपक्षी दल भी एनसीपी के साथ हैं।
बता दे कि दो जुलाई को एकाएक अजित पवार ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर शरद पवार को बगैर बताये बीजेपी से जा मिले। इतना ही नहीं शिंदे सरकार को समर्थन देते हुए सरकार में शामिल हो गए और उप मुख्यमंत्री जा बैठे। उनके आलावा एनसीपी के कई और लोगों को मंत्री बनाया गया है।