जुबिली स्पेशल डेस्क
महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बाद अब पावर पॉलिटिक्स का खेल भी तेज हो गया है। दरअसल एनसीपी के अजित पवार ने बेहद चलाकी से एनडीए में शामिल हो गए है और शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गए है।
उनकी मौजूदगी से शिंदे सरकार में हलचल मच गई और अब विभागों को लेकर रार देखने को मिल रही है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर यहां तक खबरे चल रही है कि शिंदे सरकार में अब विभागों को लेकर खींचतान हो रही है और शिंदे की सीएम कुर्सी जा सकती है।
इस पावर पॉलिटिक्स में कौन किस पर भारी पड़ेंगा ये तो आने वाला वक्त बतायेंगा लेकिन विभागों को लेकर खींचतान से एक बात तो साफ हो गया है कि शिंदे सरकार में इस वक्त कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।
उधर जानकारी मिल रही है कि शिंदे सरकार में बड़ा बदलाव हो सकता है क्योंकि देवेंद्र फडणवीस को दिल्ली बुलाने की तैयारी है। इस वजह से शिंदे की कुर्सी बची रहेगी।
केंद्रीय कैबिनेट में जल्द बदलाव हो सकता है, जिसके बाद फडणवीस को दिल्ली बुलाकर कोई जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
अजित पवार की एंट्री से भी महाराष्ट्र में फिलहाल विभागों के बंटवारे को लेकर रार देखने को मिल रही है। अजित पवार को वित्त मंत्रालय सौंपे जाने की खबरे आ रही है और माना जा रहा है कि उनको ये मंत्रालया दिया जा सकता है जबकि देवेंद्र फडणवीस के पास ही गृह और वित्त की जिम्मेदारी है, जो उनसे छीनी जा सकती है।
बता दे कि दो जुलाई को एकाएक अजित पवार ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर शरद पवार को बगैर बताये बीजेपी से जा मिले। इतना ही नहीं शिंदे सरकार को समर्थन देते हुए सरकार में शामिल हो गए और उप मुख्यमंत्री जा बैठे। उनके आलावा एनसीपी के कई और लोगों को मंत्री बनाया गया है।