न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच सुप्रीम कोर्ट से लेकर लोकसभा तक कोहराम मचा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट से फडणवीस सरकार को राहत मिली है। अदालत अब इस मामले में कल सुबह 10.30 बजे फैसला सुनाएगी।
सोमवार को करीब 2 घंटे इस मामले में अदालत में तीखी बहस छिड़ी जिसके बाद अदालत ने इस कल फैसले सुनाने का आदेश दिया है। बता दें कि एक तरफ एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना की ओर से मांग की जा रही थी कि 24 घंटे के अंदर फ्लोर टेस्ट किया जाए।
सीएम देवेंद्र फडणवीस की ओर से कोर्ट में पक्ष रख रहे मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट के लिए 14 दिन का वक्त दिया है। उन्होंने कहा कि प्रोटेम स्पीकर के बाद स्पीकर का चुनाव जरूरी है, लेकिन विपक्ष प्रोटेम स्पीकर से ही काम कराना चाहता है। मुकुल रोहतगी ने कहा कि अगले सात दिन में फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता है, कल भी फ्लोर टेस्ट का ऑर्डर ना दिया जाए।
इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विधान भवन पहुंचे और कार्यभार संभाल लिया। उनके साथ डिप्टी सीएम अजित पवार भी मौजूद रहे।दूसरी ओर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पहली बार खुलासा करते हुए कहा कि हमने शिवसेना से ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री पद की मांग की थी, लेकिन इस मसले पर मतभेद था। कोई सहमति नहीं बन पाई थी।
पल-पल बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच समाजवादी पार्टी ने शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है। महाराष्ट्र में सपा के दो विधायक हैं। दोनों विधायकों के समर्थन का शपथ पत्र लेकर अबु आजमी गवर्नर हाउस पहुंचे थे।
उनके बाद शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के नेता अपने विधायकों का शपथ पत्र देने के लिए गवर्नर हाउस पहुंचे। अशोक चव्हाण, जयंत पाटिल, एकनाथ शिंदे, बालासाहेब थोराट राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को सभी विधायकों का शपथ पत्र सौंपा। समर्थन पत्र सौंपने के बाद कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि हम मांग करते हैं कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए तुरंत बुलाया जाए, क्योंकि बीजेपी बहुमत साबित करने में विफल रहेगी।