नारायण राणे ने कहा, “क्या शिवसेना के नेताओं ने ऐसे शब्दों का प्रयोग कभी नहीं किया? मैने कहा था कि जिसे देश के प्रति अभिमान है, उन्हें मालूम होना चाहिए था (आजादी को कितने साल हो गए)। उन्हें मालूम नहीं था, इसलिए मुझे गुस्सा आया…”
जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ‘थप्पड़’ मारने की बात कह कर गिरफ्तार किए जाने वाले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को कोर्ट से जमानत भले ही मिल गई हो लेकिन उनके सुर अब भी नहीं बदले हैं।
दरअसल बुधवार को प्रेस वार्ता के दौरान अपने बायन पर कायम नजर आये हैं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीतम में कहा कि मैंने क्या गलत कहा? राणे ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि शिवसेना द्वारा मेरे खिलाफ दर्ज मामलों के खिलाफ आज (बुधवार) मैंने बॉम्बे हाईकोर्ट से संपर्क किया था।
जिसमें महादेव और बॉम्बे हाईकोर्ट ने मेरे पक्ष में फैसला सुनाया है। इससे पता चलता है कि देश में कानून का राज है। हालांकि उन्हें अगले हफ्ते 30 अगस्त और 6 सितंबर को रायगढ़ में पेश होने को कहा गया है।
नारायण राणे ने आगे कहा कि लोगों ने उनके अच्छे स्वभाव का फायदा उठाया है। हालांकि उन्होंने अभी वो इसके बारे में बात नहीं करना चाहते हैं।
नारायण राणे ने किया पलटवार
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में शिवसेना से तीखे सवाल पूछते नजर आये है। उन्होंने शिवसेना पर पलटवार करते हुए पूछा है कि क्या शिवसेना के नेताओं ने ऐसे शब्दों का प्रयोग कभी नहीं किया?
मैने कहा था कि जिसे देश के प्रति अभिमान है, उन्हें मालूम होना चाहिए था (आजादी को कितने साल हो गए)। उन्हें मालूम नहीं था, इसलिए मुझे गुस्सा आया।
राणे ने कहा, उन्होंने “योगी जी के खिलाफ अपशब्द कहे थे। इनके संस्कार देखिए। अमित शाह को निर्लज्ज कहा था। शरद पवार देखिए कैसी भाषा है उद्धव ठाकरे की। देखो आपने किसको सीएम बनाया है।
उन्होंने कहा, “मैने जो कहा, वो राष्ट्र के लिए कहा। मुझे देश का अभिमान है। उन्होंने मजाक उड़ाया, इसलिए मेरे मुंह से वो शब्द निकला।
नारायण राणे ने क्या कहा
राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा था, ‘‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।
उधर एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने ठाकरे पर राणे की टिप्पणी को समूचे महाराष्ट्र का अपमान बताया है और आरोप लगाया कि जैसे बंगाल में हुआ, बीजेपी यहां भी वही करना चाहती है।