- महाराष्ट्र सरकार ने कहा, कोरोना से मरने वाले किसी भी धर्म के व्यक्ति के शव को जलाया जाएगा
स्पेशल डेस्क
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस अब भी अपना कहर बरपा रहा है। इटली से लेकर अमेरिका में अब भी कोरोना वायरस की वजह से लोग दम तोड़ रहे हैं तो भारत में इसका कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारत में भी लगातार कोरोना वायरस से लोगों की जान जा रही है। कोरोना वायरस इतना खतरनाक हो चुका है अब लोग इसका नाम सुनते ही घबरा जाते हैं। आलम तो यह है लोग कोरोना से अगर किसी की मौत हो जा रही है तो लोग उसके शव से किनारा करने पर मजबूर है।
दरअसल शव से भी दूसरे में संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। इस वजह से लोग शव से भी दूर भागने पर मजबूर है।
उधर महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि अगर कोई भी कोरोना वायरस से मरता है तो उसे दफनाया नहीं जाएगा बल्कि जलाया जाना चाहिए। चाहे वो किसी भी धर्म का ही क्यों न हो। इतना ही नहीं अंतिम संस्कार में केवल पांच लोग शामिल होने की बात कही जा रही है। उधर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने गाइड लाइन जारी की हुई है।
इस नये आदेश को लेकर मुंबई में बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) के आयुक्त का बयान भी सामने आ रहा है। उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस के रोगियों के सभी शवों को धर्म की परवाह किए बिना अंतिम संस्कार किया जाना चाहिए।
All bodies of #COVID19 patients should be cremated irrespective of religion. Burial will not be allowed. The funeral should not involve more than 5 people: Praveen Pardeshi, Commissioner of Brihanmumbai Municipal Corporation (BMC) #Mumbai #Maharashtra pic.twitter.com/Bafy6DBiJ3
— ANI (@ANI) March 30, 2020
उन्हें दफनाने की अनुमति नहीं होगी, बल्कि उन्हें जलाया जाएगा। अंतिम संस्कार में 5 से अधिक लोग शामिल नहीं होने चाहिए। बता दें कि हिन्दू व सिख में शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है लेकिन मुस्लिम और ईसाई में दफनाने की प्रथा है।