न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में नई सरकार का रास्ता आज साफ हो सकता है। राजनीतिक घटनाक्रम आज पूरी तरह से मुंबई शिफ्ट हो गया है और बैठकों का दौर फिर जारी रहेगा। आज कांग्रेस-एनसीपी की शिवसेना के साथ बैठक होगी, जिसमें गठबंधन पर फाइनल मुहर लग सकती है। इसी के बाद गठबंधन का ऐलान किया जाएगा।
माना जा रहा है कि गठबंधन सरकार की कमान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मिल सकती है। गुरुवार को हुई बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे को समझाने की कोशिश की कि उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में उतरना चाहिए।
बैठक में मौजूद रहे शिवसेना सांसद संजय राउत और आदित्य ठाकरे ने भी उद्धव को सीएम पद संभालने के लिए कहा। वहीं, कांग्रेस और शिवसेना को डर है कि कहीं महाराष्ट्र में भी जम्मू और कश्मीर जैसी स्थिति ना हो जाए। क्योंकि जब महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला साथ आने की कोशिश कर रहे थे तो राज्यपाल ने विधानसभा भंग कर दी थी।
इस बीच अभी तक जो बैठकों का दौर दिल्ली में चल रहा था, वह अब मुंबई में शिफ्ट हो गया है। आज कांग्रेस-एनसीपी के बीच बैठक होगी, जिसके बाद वह अपने छोटे सहयोगियों से मुलाकात करेगी। तब जाकर शिवसेना के साथ फाइनल मीटिंग होगी, जिसके बाद गठबंधन का ऐलान संभव है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार और अजित पवार भी सारी हलचल के बीच मुंबई वापस लौट गए हैं।
दूसरी ओर शिवसेना विधायकों की सुबह 10 बजे बैठक है। सभी विधायकों से उद्धव ठाकरे बात करेंगे। विधायकों से आईडी कार्ड और कपड़े लाने को कहा गया है। शुक्रवार को ही शिवसेना के सभी विधायक जयपुर के लिए रवाना हो सकते हैं। इस बैठक के बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की बैठक होगी, जिसमें फाइनल मुहर लग सकती है।
हालांकि, मुख्यमंत्री पद पर तो शिवसेना का नाम फाइनल माना जा रहा है, लेकिन बाकी मंत्रालयों पर अभी बात अटकी है। हालांकि, एनसीपी-कांग्रेस डिप्टी सीएम पद ले सकते हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से मांग है कि मंत्रालय बराबरी के हिसाब से बंटे और 14-14-14 का फॉर्मूला अपनाया जाए।
इस शिवसेना और बीजेपी के रिश्ते पर संजय राउत ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि कभी-कभी कुछ रिश्तों से बाहर आ जाना ही अच्छा है, अहंकार के लिए नहीं स्वाभिमान के लिए। वहीं, शुक्रवार सुबह संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हर कोई चाहता है कि उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री का पद संभालें। सिर्फ शिवसेना में ही नहीं बल्कि तीनों पार्टियों की यही मांग है। राउत ने कहा कि तीनों पार्टियों की आज बैठक होनी है, जिसमें सभी मसलों पर फाइनल मुहर लग जाएगी।
दूसरी ओर शिवसेना की ओर से उद्धव ठाकरे का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए फाइनल माना जा रहा है। लेकिन अगर उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद से इनकार करते हैं तो संजय राउत मुख्यमंत्री पद की रेस में आगे आ सकते हैं। उनका नाम इस वक्त सबसे आगे चल रहा है।
वहीं, बागी तेवर अख्तियार कर चुके कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने एक बार फिर ट्वीट कर अपनी पार्टी पर ही निशाना साधा है। संजय निरुपम ने ट्वीट किया कि आखिर ये तीन तिगाड़े काम बिगाड़े वाली सरकार कबतक चलेगी?
इस बीच खबर है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी 22 और 23 नवंबर को राष्ट्रपति भवन में होनेवाले एक कार्यक्रम में भाग लेने दिल्ली जाने वाले हैं। वह 24 नवंबर को मुंबई लौटेंगे। तभी तीनों पार्टियों के नेता उनके पास सरकार गठन का दावा पेश करने राजभवन जाएंगे। उसके बाद राज्यपाल राष्ट्रपति को इस बारे में बताएंगे। राष्ट्रपति राज्यपाल का प्रस्ताव कैबिनेट को भेजेंगे। उसके बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन को समाप्त करने पर फैसला होगा और राज्यपाल नए गठबंधन के नेता को सरकार बनाने का न्योता देंगे।