जुबिली स्पेशल डेस्क
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महायुति (बीजेपी, शिवसेना, एनसीपी का गठबंधन) के बाद अब महा विकास अघाड़ी में शामिल दलों के बीच भी सीट बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद अब ब्रेक लग गया है क्योंकि तीनों दलों में सहमति बन गई है।
तीनों दल बराबर-बराबर 85-85 सीटों पर चुनाव लडऩे को पूरी तरह से तैयार है। महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं। उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस के बीच 270 सीटों पर सहमति बन गई है।
इसके साथ ही बची हुई 18 सीटें अन्य सहयोगी दलों को देने का फैसला किया गया है। इतना ही नहीं सीट शेयरिंग का मामला तय होने के बाद कांग्रेस से लेकर उद्धव ठाकरे, शरद पवार ने अपने-अपने उम्मीदवारों को उतारना भी शुरू कर दिया है।
इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी सीट चाहते हैं लेकिन अब तक उनको महा विकास अघाड़ी की तरफ से अभी तक कोई सीट का ऑफर नहीं किया गया है। ऐसे में अखिलेश यादव काफी निराश है और उनका धैर्य भी जवाब देता दिख रहा है। महाराष्ट्र चुनाव को लेकर उनकी रणनीति अब पूरी तरह से फेल होती दिख रही है। महाराष्ट्र में उन्होंने समाजवादी पार्टी के पांच उम्मीदवारों का ऐलान किया है।
मालेगांव और धुले जाकर तो अखिलेश यादव ने पब्लिक से वोट भी मांगा था। दो दिनों के महाराष्ट्र दौरे के आखिरी दिन उन्होंने कम से कम बारह सीटों पर चुनाव लडऩे की घोषणा की थी।
उन दिनों महाविकास अघाड़ी में सीटों का बंटवारा भी नहीं हुआ था। हालांकि प्रेशर पॉलिटिक्स के लिए उन्होंने पांच टिकट फाइनल कर दिए लेकिन अब तक महाविकास अघाड़ी की तरफ किसी तरह का भाव नहीं दिया जा रहा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी शरद पवार से भी मिल चुके हैं, जिन सीटों पर पार्टी लडऩा चाहती है, उसकी लिस्ट भी कांग्रेस तक पहुंच चुकी है, लेकिन इसके बावजूद समाजवादी पार्टी को कुछ हासिल नहीं हुआ है।