जुबिली न्यूज डेस्क
यूपी के लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में आज महाराष्ट्र विकास अगाड़ी (एमवीए) गठबंधन – जिसमें एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना शामिल हैं – ने 11 अक्ब्टूबर यानी आज राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है।
मालूम हो कि रविवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर तिकुनिया में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।
स्थानीय लोगों का दावा है कि 3 अक्टूबर को एक एसयूवी, जो कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री के बेटे के काफिले का हिस्सा थी, उनके ऊपर से गुजर गई जिसकी वजह से किसानों की मौत हो गई।
बंद के मद्देनजर महाराष्टï्र की राजधानी मुंबई में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने रविवार को कहा कि कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए कड़ी गश्त की जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) की तीन कंपनियों, 500 होमगार्ड और स्थानीय शस्त्र इकाइयों के 700 जवानों के साथ रणनीतिक बिंदुओं पर हड़ताली भंडार भी तैनात किए जाएंगे।
छत्रपति शिवाजी मार्केट यार्ड ट्रेडर्स एसोसिएशन ने भी घोषणा की है कि सोमवार को सभी फल, सब्जी, प्याज, आलू बाजार बंद रहेंगे। व्यापारी संघ ने भी सभी सदस्यों से सोमवार को अपना व्यापार बंद रखकर बंद का समर्थन करने की अपील की है।
उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे सोमवार को अपनी कृषि उपज मंडी में न लाएं। बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं का संचालन जारी रहेगा।
वहीं महाराष्ट्र विकास अगाड़ी (एमवीए) गठबंधन के बंद के आह्वान की बीजेपी ने आलोचना की है। विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि सत्तारूढ़ दल लखीमपुर खीरी घटना का राजनीतिकरण कर रहे हैं।
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बीजेपी विधायक नितेश राणे ने भी राज्य सरकार को दुकानों को जबरदस्ती बंद नहीं करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा, अगर दुकानदारों को कल दुकानों को बंद करने के लिए मजबूर किया जाता है .. तो उन्हें बीजेपी कार्यकर्ताओं का सामना करना पड़ेगा!
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उन्होंने कहा कि पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी को मजबूर न किया जाए अन्यथा कानून और व्यवस्था की स्थिति होगी जो हमारी जिम्मेदारी नहीं है।
लखीपमुर हिंसा को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। वहीं विपक्ष और किसान संगठनों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है।