Tuesday - 29 October 2024 - 3:34 PM

महंत नृत्य गोपाल दास बने राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष, चंपत राय महासचिव

न्यूज़ डेस्क

नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित ‘राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र’ नवगठित ट्रस्ट की दिल्ली में हुई अहम बैठक में महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष और चंपतराय को मंत्री बनाया गया है। नृपेंद्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के गोविंद गिरी को कोषाध्यक्ष बनाए गया। ट्रस्ट की आज हुई पहली बैठक में 9 प्रस्ताव भी पारित किए गए।

राममंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक बुधवार को नई दिल्ली के ग्रेटर कैलाश स्थित ट्रस्ट के आधिकारिक कार्यालय में हुई। इस बैठक में राममंदिर आंदोलन के खास किरदार रहे महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष घोषित किया गया।

साथ ही राममंदिर आंदोलन के खास किरदार रहे विहिप उपाध्यक्ष चंपत राय को केंद्र सरकार की ओर से गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में ट्रस्टी के तौर पर शामिल किया गया। यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और अयोध्या के डीएम अनुज झा को भी ट्रस्ट में शामिल किया गया है।

पहली बैठक के बाद अध्यक्ष बोले- जल्द बनेगा मंदिर

राम मंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक के बाद महंत नृत्यगोपाल दास ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोगों की भावना का आदर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्दी से जल्दी मंदिर का निर्माण होगा। ट्रस्ट के नए अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास ने कहा कि राम मंदिर का मॉडल वही रहेगा, लेकिन उसे और ऊंचा और चौड़ा करने के लिए प्रारूप में थोड़ा बदलाव किया जाएगा।

15 दिन बाद ही तय होगी तारीख

राम मंदिर का निर्माण कब शुरू होगा, इस पर अभी फैसला होना बाकी है। 15 दिन बाद ट्रस्ट के पदाधिकारी अयोध्या में फिर मिलेंगे। इसके बाद ही राम मंदिर निर्माण की तारीख तय होगी।

बैठक में ये लोग थे मौजूद

के. परासरण, महंत नृत्यगोपाल दास, महंत दिनेन्द्र दास, गृह मंत्रालय से संयुक्त सचिव ज्ञानेश कुमार, होम्योपैथ डॉ. अनिल कुमार मिश्रा, चंपत राय (VHP), शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती, यूपी के अपर प्रधान गृह सचिव अवनीश अवस्थी, परमाननंद जी महाराज, अयोध्या डीएम अनुज झा, कामेश्वर चौपाल, पेजावर मठ के प्रमुख विश्वप्रसन्न तीर्थ स्वामी, पुणे के स्वामी गोविंद देव गिरी और अयोध्या राज परिवार के विमलेंद्र मोहन मिश्र

एकादशी को हो सकता है शिलान्यास

मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला देव उठनी एकादशी के दिन आया था, ट्रस्ट की घोषणा और ट्रस्ट की पहली बैठक भी एकादशी के दिन ही यानी 19 फरवरी को हुई है। ऐसे में मंदिर का शिलान्यास भी चार मार्च को होने की ज्यादा संभावना है, कारण कि उस दिन भी एकादशी है। जानकारी के अनुसार रामानंद संप्रदाय में भी एकादशी को सर्वाधिक महत्व दिया जाता है।

बैठक के दौरान वैष्णव वैरागी अखाड़ों की निर्वाणी अणी के महंत और अयोध्या के हनुमान गढ़ी के महंत धर्मदास बिना बुलाए ही वहां पहुंच गए थे। हालांकि ट्रस्ट के सदस्यों ने उन्हें बैठक में शामिल होने से रोक दिया।

बता दें कि धर्मदास खुद को ट्रस्ट में शामिल करने और पुजारी बनाने की मांग कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक महंत ने मांगें नहीं मानने पर अदालत का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी भी दी है। ट्रस्ट के सदस्यों ने उन्हें बैठक के बाद बातचीत का आश्वासन दिया है।

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