जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. महंत नरेन्द्र गिरी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले महंत आनंद गिरी से कई घंटों की पूछताछ के बाद एसआईटी ने अदालत में पेश किया जहाँ से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. इसके साथ ही आनंद गिरी के आश्रम को भी सील करने का आदेश दिया गया है.
आनंद गिरी का आश्रम श्यामपुर में है. यह आश्रम इससे पहले मई में भी सील किया जा चुका है. मई में रुड़की विकास प्राधिकरण ने अवैध निर्माण की वजह से सीलिंग की कार्रवाई की थी. सीलिंग की कार्रवाई के बावजूद आनंद गिरी ने निर्माण कार्य को नहीं रोका था.
जिस समय महंत नरेन्द्र गिरी ने प्रयागराज में आत्महत्या की उस समय आनंद गिरी हरिद्वार स्थित अपने इसी आश्रम में था. अपने गुरु महंत नरेन्द्र गिरी की मौत के मामले में अपना नाम आने के बाद आनंद गिरी ने तत्काल बयान जारी कर यह कहा था कि महंत नरेन्द्र गिरी की आत्महत्या मामले से उसका कोई हाथ नहीं है. वह कल प्रयागराज आएगा और उन नामों के खुलासे करेगा जो उसके गुरु की मौत के ज़िम्मेदार हो सकते हैं.
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आनंद गिरी के इस बयान के कुछ ही देर बाद उत्तराखंड पुलिस उसके आश्रम में घुसी और उसे हिरासत में ले लिया. एसआईटी ने लम्बे समय की पूछताछ के बाद आनंद गिरी की गिरफ्तारी की घोषणा की. आनंद गिरी को जेल भेज दिया गया है. उसका आश्रम भी सील किया जा रहा है. आने वाले दिनों में उसकी और भी उलझनें बढ़ने वाली हैं.