जुबिली स्पेशल डेस्क
तीर्थराज प्रयागराज में जब उजाले की एक किरण तक नहीं निकली थी, हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच मकर संक्रांति के पावन पर्व पर महाकुम्भ नगर में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
अमृत स्नान के लिए देश-विदेश से करोड़ों लोग गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर पहुंचे। पवित्र स्नान का यह दृश्य भारतीय संस्कृति और परंपरा की गहराई को दर्शाता नजर आ रहा था। ब्रह्म मुहूर्त में ही लोगों ने पतित पावनी गंगा और संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाकर सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की।
हर्षा रिछारिया है और उनकी तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल
इस बीच विदेशों से भी कई श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंचे, लेकिन इस दौरान सबसे ज्यादा एक साध्वी की चर्चा खूब हो रही है। इतना ही नहीं लोग उनकी खूबसूरती को देखकर दुनिया की सबसे खूबसूरत साध्वी कहने पर मजबूर है। इस साध्वी हर्षा रिछारिया है और उनकी तस्वीरें इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रही है।
अब उन्होंने अपनी जिदंगी के बारे में बड़ा $खुलासा करते हुए बताया है कि उन्होंने कैसे लाइमलाइट और ग्लैमरस की दुनिया को छोडक़र इस तरफ कैसे आईं।
हालांकि हर्षा रिछारिया ने अपने आप को साध्वी मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर मुझे साध्वी का टैग दे दिया गया है, लेकिन ये उचित नहीं है. क्योंकि अभी मैं पूरी तरह से इस चीज में नहीं गई हूं। अभी मुझे इस चीज की इजाजत भी नहीं मिली है।
हर्षा रिछारिया ने कहा कि मुझे वायरल होने की जरूरत नहीं है. मैं पहले से ही देश में बहुत वायरल हूं. मैं 10 से भी ज्यादा बार वायरल हो चुकी हूं। अब मेरी श्रद्धा है, मैं जैसे चाहे वैसे रहना चाहती हूं। युवाओं को लेकर कहा कि आज के युवा अपने धर्म और संस्कृति को लेकर जागरूक हो रहे हैं।
ग्लैमरस की दुनिया को छोडऩे पर क्या कहा
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि कुछ चीजें हमारी किस्मत में लिखी होती हैं. हमारे कुछ पुराने कर्मों और जन्मों का फल भी होता है, जो हमें इस जन्म में मिलता है। कब हमारी जिंदगी क्या मोड़ ले। ये सब कुछ निर्धारित होता है। मैंने देश विदेश में शो किए हैं, एंकरिंग की, एक्टिंग की, लेकिन पिछले एक से डेढ़ साल से मैं बहुत अच्छी साधना में लगी हुई है। मैंने पहले वाली जिंदगी को विराम दे दिया ह। मैं इसे बहुत एंजॉय कर रही हूं। मुझे साधना में सुकून मिलता है।