कुम्भ के सफरनामे को कोरियोग्राफ के जरिए किया जाएगा प्रस्तुत
- दिग्गज एक्टर आशुतोष राणा ‘हमारे राम’ पर देंगे अपनी प्रस्तुति
- हेमा मालिनी गंगा अवतरण पर देंगी अपनी कला का परिचय
- महाभारत शो के साथ ही विभिन्न रामलीलाओं का भी होगा आयोजन
- केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग करेगा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन
- संस्कृति विभाग के प्रस्तावित शेड्यूल के अनुसार 10 जनवरी से शुरू होंगे आयोजन
प्रयागराज। महाकुम्भ 2025 को श्रद्धालुओं के लिए यादगार बनाने हेतु योगी सरकार अनेक तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करने की योजना पर काम कर रही है।
एक तरफ जहां बॉलीवुड के तमाम सितारे अपनी सुरीली आवाज में यहां श्रद्धालुओं को आध्यात्म और संस्कृति के रस से सराबोर करेंगे तो वहीं दूसरी ओर सांस्कृतिक संध्या में महाकुम्भ से जुड़ी गाथाओं और रामलीला व महाभारत की लीलाओं का भी मंचन होगा।
इन प्रस्तुतियों के लिए भी देश के दिग्गज और नामचीन सितारे महाकुम्भ मेला क्षेत्र में पहुंचेंगे और श्रद्धालुओं का मनोरंजन करेंगे। फेमस बॉलीवुड एक्टर आशुतोष राणा ‘हमारे राम’ पर अपनी प्रस्तुति देंगे तो एक्ट्रेस और सांसद हेमामालिनी गंगा अवतरण पर कला का परिचय देंगी।
महाभारत सीरियल फेम पुनीत इस्सर महाभारत की अपनी प्रस्तुति से लोगों को प्रचीन भारत के युग में ले जाएंगे। यह सभी कार्यक्रम गंगा पंडाल में आयोजित किए जाएंगे। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा इसका आयोजन किया जाएगा।
अपनी कला से रोमांचित करेंगे सितारे
अपनी अदाकारी से लोगों को रोमांचित करने नाले फेमस बॉलीवुड एक्टर आशुतोष राणा 25 जनवरी को गंगा पंडाल में हमारे राम की प्रस्तुति देंगे। इन नाट्य शो में वह रावण का किरदार निभाते हैं। वहीं 26 जनवरी को बॉलीवुड की लीजेंड एक्ट्रेस और मथुरा से सांसद हेमामालिनी गंगा अवतरण नृत्य नाटिका पर अपनी परफॉर्मेंस देंगी। वहीं 8 फरवरी को भोजपुरी और बॉलीवुड एक्टर व गोरखपुर के सांसद रवि किशन शिव तांडव की प्रस्तुति देंगे, जबकि 21 फरवरी को पुनीत इस्सर महाभारत शो का मंचन करेंगे।
प्रस्तुत की जाएगी कुम्भ की गाथा
महाकुम्भ का आयोजन हो और लोगों को कुम्भ की गाथा सुनने को न मिले, ऐसा संभव नहीं। सांस्कृतिक संध्या में कुम्भ को लेकर विशेष आयोजन की तैयारी की गई है। इसकी शुरुआत 22 जनवरी को कथक केंद्र संगीत नाटक अकादमी द्वारा कुम्भ की थीम पर आधारित कथक नृत्य नाटिका से होगी। 23 जनवरी को लखनऊ की भारतेंदु नाट्य अकादमी काकोरी महागाथा प्रस्तुत करेगी। वहीं, 1 फरवरी को कोरियोग्राफर मैत्रेय पहाड़ी के द्वारा कुम्भ का सफरनामा कोरियोग्राफ शो प्रस्तुत किया जाएगा। इसी तरह 23 फरवरी को रिलायंस इंटरटेनमेंट एंड सोबो फिल्म कुम्भ गाथा को प्रदर्शित करेगी।
देश के जाने-माने बैंड भी देंगे अपनी प्रस्तुतियां
10 जनवरी से प्रस्तावित इन कार्यक्रमों की श्रृंखला में सबसे पहले 11 जनवरी को ओडिशा का प्रिंस ग्रुप दशावतार नृत्य की अपनी प्रस्तुति से श्रद्धालुओं को रोमांचित करेगा। 16 जनवरी को मथुरा का माधवा बैंड और आगरा का क्रेजी हॉपर्स, 17 जनवरी को रिकी केज, 19 जनवरी को कोलकाता की गोल्डेन गर्ल्स, 21 जनवरी को मणिपुर का बस्तर बैंड, 27 जनवरी को दिल्ली की श्रंखला डांस अकादमी, 7 फरवरी को इंडियन ओशन बैंड, 17 फरवरी को अग्नि बैंड, 19 फरवरी को मुंबई का माटी बानी बैंड, 20 फरवरी को सूफी बैंड थाई कुड़म ब्रिज और 22 फरवरी को मुंबई का कबीरा बैंड अपनी प्रस्तुतियों से लोगों को मंत्र मुग्ध करेगा।
रामलीलाओं का होगा मंचन
गंगा पंडाल में भारत के साथ ही अन्य देशों की रामलीलाओं का भी मंचन किया जाएगा। 18 जनवरी और 14 फरवरी को आईसीसीआर के माध्यम से जहां अन्य देशों के लोकनृत्य के साथ रामलीलाओं का मंचन होगा तो वहीं, 15 और 16 फरवरी को श्रीराम भारती कला केंद्र के द्वारा रामलीला की प्रस्तुति होगी। 22 फरवरी को मध्य प्रदेश की शालिनी खरे कथक के जरिए रामायण की प्रस्तुति देंगी।
ये भी प्रस्तुतियां होंगी
20 जनवरी को देश के प्रसिद्ध कवियों द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। 21 जनवरी को राजेश प्रसन्ना के द्वारा धरोहर दुर्लभ लोक वाद्ययंत्रों की प्रस्तुतियां होंगी। 24 जनवरी को यूपी फॉक नाइट के द्वारा कोरियोग्राफ शो और विभिन्न प्रांतों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। 18 फरवरी को प्रसिद्ध बांसुरी वादक राकेश चौरसिया अपनी सुरीली बांसुरी का प्रदर्शन करेंगे।