जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश में अपराध दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। अपराध को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन द्वारा किये जा रहे दावे खोखले नजर आ रहे हैं। बावजूद इसके प्रदेश सरकार माफियाओं और बाहुबलियों पर नकेल कसती जा रही है। इसमें मुख़्तार और अतीक जैसे बाहुबलियों का नाम सबसे ऊपर है। यूपी पुलिस इन पर लगातार शिकंजा कस रही है।
ताजा मामला मुख़्तार गैंग से जुड़ा हुआ है। दरअसल बीते सप्ताह मुख्तार अंसारी के गुर्गों की तलाश में लखनऊ पुलिस ने प्रदीप सिंह के घर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस को एक बुलेटप्रूफ गाड़ी मिली। इस गाड़ी की जांच-पड़ताल में पुलिस को कई अहम जानकारियां हासिल हुई हैं।
9 जुलाई 2018 को बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई थी। इसके बाद से ही मुख्तार अंसारी दहशत में आ गया था। इस दौरान मुख्तार ने अपने 10-12 गुर्गों की गाड़ियों को अवैध तरीके से बुलेटप्रूफ करवाया था। बेहद गुपचुप तरीके से स्कार्पियो और फार्च्यूनर गाड़ियों को मेरठ व पंजाब से बुलेटप्रूफ कराया गया है। ख़ास बात ये है कि अधिकतर गुर्गों ने गाड़ियां करीबियों के नाम से खरीदी हैं।
पुलिस इस बात को इस वजह से पुख्ता मान रही है क्योंकि मुख्तार के लिए काम करने वाले सुरेंद्र कालिया के पास कुछ दिनों पहले ही बुलेटप्रूफ गाड़ी बरामद हुई थी। हर गाड़ी को बुलेटप्रूफ कराने में करीब 20 लाख रुपए का खर्च आया था। बीते दिनों लखनऊ पुलिस की दबिश के दौरान प्रदीप सिंह फरार हो गया था।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने प्रदीप सिंह के घर से वायरलेस सेट्स और एक बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर गाड़ी बरामद की थी। इसमें फॉर्च्यूनर गाड़ी प्रदीप सिंह के साथी और पूर्व एमएलसी रामू द्विवेदी के भेनुमती अपार्टमेंट स्थित फ्लैट पर पार्क की गई थी। प्रदीप पिछले कुछ समय से मुख्तार का करीबी हो गया था। ये काम उसने वाराणसी के ही एक एजेंट से मिलकर सभी गाड़ियों को बुलेटप्रूफ करवाया था।
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पुलिस के अनुसार, मुख्तार अंसारी के कई गुर्गों ने अपनी गाड़ियां बुलेट प्रूफ कराई हैं। सूत्रों के अनुसार गुपचुप तरीके से स्कॉर्पियो और फॉर्च्यूनर जैसी गाड़ियों को मेरठ और पंजाब से बुलेट प्रूफ कराया गया है। ये सभी गाड़ियां मुख्तार के गुर्गों ने अपने करीबियों के नाम पर खरीदी हैं।
इस बारे में पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने कई जानकारियां जुटाईं। इसमें ही सामने आया कि अधिकतर बुलेटप्रूफ गाड़ियां मुख्तार अंसारी के गुर्गों के पास ही है। इसके बाद से ही पुलिस ने इस दिशा में पड़ताल तेज कर दी है। डीसीपी चारु निगम का कहना है कि मुख्तार के गिरोह की धरपकड़ के दौरान बुलेटप्रूफ गाड़ी मिली थीं। ये प्रदीप की बतायी जा रही हैं। इस बारे में जांच पड़ताल की जा रही है।