न्यूज डेस्क
आखिरकार मद्रास हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश विजय कमलेश ताहिलरमानी का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया। उनके इस्तीफे के बाद एक तरह से विवाद खड़ा हो गया था। मुंबई और मद्रास हाईकोर्ट के वकीलों ने उनके समर्थन में विरोध-प्रदर्शन किया था।
जस्टिस विजय कमलेश ताहिलरमानी का इस्तीफा कानून और न्याय मंत्रालय के संयुक्त सचिव सदानंद वसंत दाते ने स्वीकार किया। अब मद्रास हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश वरिष्ठतम जज जस्टिस विनीत कोठारी को बनाया गया है।
यह भी पढ़ें : ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में किसका पैसा लगा है
यह भी पढ़ें : राम मंदिर के बयान पर उद्धव को क्यों देनी पड़ी सफाई
गौरतलब है कि न्यायाधीश ताहिलरमानी ने अपने तबादले से नाराज होकर इस्तीफा दिया था। दरअसल सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने ताहिलरमानी का मेघालय हाईकोर्ट तबादला कर दिया गया था।
मद्रास हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश वीके ताहिलरमानी के इस्तीफे के बाद विवाद खड़ा हो गया था। उन्होंने नाराज होकर इस्तीफा दिया था। फिलहाल वीके ताहिलरमानी का नाम लिए बगैर जजों के तबादले पर सुप्रीम कोर्ट का बयान आया है जिसमें कहा गया है कि विभिन्न उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों एवं जजों के तबादले की प्रत्येक अनुशंसा ठोस वजहों पर आधारित होती है।
फिलहाल केंद्र सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा है कि 6 सितंबर से ये इस्तीफा मंजूर किया जाता है। जस्टिस ताहिलरमानी के इस्तीफे के बाद मद्रास हाईकोर्ट के दूसरे वरिष्ठतम जज विनीत कोठारी को चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है। न्याय मंत्रालय के द्वारा ये नोटिफिकेशन 20 सितंबर को जारी किया गया था।
मद्रास हाईकोर्ट के नये मुख्य न्यायाधीश विनीत कोठारी के पास वकालत का लंबा अनुभव है। राजस्थान हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया में उन्होंने टैक्स और व्यावसायिक, कंपनी कानूनों पर 20 साल तक प्रैक्टिस की. 2005 में उन्हें राजस्थान हाई कोर्ट में जज नियुक्त किया गया। 2016 में उनका तबादला कर्नाटक हाईकोर्ट कर दिया गया और 23 नवंबर 2018 को उन्होंने मद्रास हाई कोर्ट में वरिष्ठ जज का चार्ज संभाला।
यह भी पढ़ें : मुख्य न्यायाधीश विजया के ताहिलरमानी ने क्यों दिया इस्तीफा
यह भी पढ़ें : ‘ठोस वजहों पर आधारित होता है जजों का तबादला’