न्यूज डेस्क
मध्य प्रदेश में सियासी संकट के बीच कांग्रेस के बागी विधायकों ने मंगलवार को बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि किसी भी कांग्रेस विधायक को बंधक नहीं बनाया गया है। बागी विधायक गोविंद सिह राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कभी हमारी 15 मिनट भी नहीं सुनी तो अपने क्षेत्र के विकास की बात किसके सामने रखें।
बागी विधायकों का कहना है कि हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। हालांकि, विधायकों का कहना है कि अभी उन्होंने बीजेपी में जाने पर फैसला नहीं लिया है, वे इसपर विचार करने के बाद फैसला करेंगे।
Madhya Pradesh MLA Govind Singh Rajput, in Bengaluru: Kamal Nath Ji never heard us even for 15 minutes. Then whom should we talk to for development work in our constituency? pic.twitter.com/4V5MTrrw6T
— ANI (@ANI) March 17, 2020
बागी विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश का होता लेकिन कमलनाथ जी सिर्फ छिंदवाड़ा के मुख्यमंत्री बनकर रह गए। साथ ही विधायकों का कहना है कि हमारे साथ ठीक बर्ताव नहीं हुआ है। हम सबने मिलकर कांग्रेस की सरकार बनाई थी। लेकिन अब कमलनाथ सरकार डायलिसिस पर हैं। मुख्यमंत्री के पास हमसे बात करने तक का वक्त नहीं है. बागी विधायकों ने कहा कि अब कमलनाथ जी को इस्तीफा दे देना चाहिए। अधिकारी लोग मंत्री विधायकों नहीं सुनते थे।
बागी विधायक हरदीप सिंह डंग ने कहा- यह सरकार दलालों की सरकार है। हम कोई काम लेकर जाते हैं तो हमारा काम नहीं होता, वही काम दलाल लेकर जाते हैं तो हो जाता है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भी हमारी बात नहीं सुनते। हमें कई बार तो यह लगता है कि हम कांग्रेस के अंग हैं भी या नहीं।
वहीं बागी विधायक इमरती देवी ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ही हमारे नेता हैं। उन्होंने हमें बहुत कुछ सिखाया है। चाहे कुएं में कूदना पड़े लेकिन हम उनके साथ ही रहेंगे। एक अन्य विधायक ने कमलनाथ पर वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के समय कमलनाथ ने वादा किया था कि जिस आदिवासी लड़की की शादी होगी, उसे 51 हजार रुपये दिए जाएंगे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
एक अन्य विधायक ने कहा, ‘हम सभी ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी। हमने उनसे कहा था कि हमारे साथ अन्याय हुआ है। राहुल गांधी ने हमें न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था। बीजेपी में शामिल हो चुके बिसाहू लाल ने कहा कि जब हम राहुल गांधी से मिले तो उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हारे साथ अन्याय हुआ है। जब बागी विधायकों से पूछा गया कि क्या वे उप-चुनाव के लिए तैयार हैं, तो सभी ने कहा कि वे किसी भी तरह के चुनाव के लिए तैयार हैं।