जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश की सरकार ने प्राइवेट लैब में भी कोरोना जांच की दरें निर्धारित कर दी हैं. अब इससे ज्यादा दाम वसूलने वालों के खिलाफ कानूनन कार्रवाई की जायेगी. अब कोई भी अस्पताल या लैब कोरोना सैम्पिल की जांच का 12 सौ रुपये से ज्यादा नहीं वसूल पायेगा. हालांकि अगर कोई मरीज़ सैम्पिल देने के लिए अपने घर बुलाएगा तो उससे दो सौ रुपये अतिरिक्त वसूले जा सकेंगे.
कोरोना संक्रमण से घबराए लोग एक तरफ इस बीमारी की भयावहता से परेशान हैं तो दूसरी तरफ इसकी जांच कराने में आने वाले भारी खर्च से भी परेशान हैं. रिकवरी रेट बढ़ जाने के बाद अब कोरोना की रफ्तार घटी है और लोगों के ठीक होने की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन कोरोनन की वजह से हो रही मौतों की वजह से लोगों में इसे लेकर डर बैठा हुआ है.
कोरोना संक्रमण से जहाँ एक तरफ आम आदमी परेशान हुआ है वहीं प्राइवेट अस्पतालों ने इस आपदा को अवसर बना लिया है. देश भर में निजी अस्पताल और लैब कोरोना मरीजों के साथ लूट में लगे हैं. अन्य प्रदेशों की तरह से मध्य प्रदेश में भी जांच से लेकर इलाज तक मरीज़ के साथ लूट का कारोबार चल रहा था.
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मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना जांच की दर निर्धारित कर आम लोगों को राहत दे दी है. साथ ही निजी अस्पतालों और लैब को भी यह सन्देश देक दिया है कि वह कोरोना को अवसर नहीं समझें.