न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश में मचा सियासी घमासान आज एक नया मोड़ ले सकता है। दरअसल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को अपनी सरकार बचाने के लिए फ्लोर टेस्ट से गुजरना है। लेकिन ख़बरों की माने तो कमलनाथ इससे पहले ही अपना इस्तीफ़ा दे सकते हैं। शुक्रवार यानी आज दोपहर को होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ इस बात का ऐलान कर सकते हैं।
गौरतलब है कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सुप्रीमकोर्ट में फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की थी, जिसको लेकर सुप्रीमकोर्ट ने आदेश दिया था कि शुक्रवार शाम तक कमलनाथ सरकार को बहुमत साबित करना होगा। बहुमत साबित करने से पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बहुमत के आंकड़े पर शक जताया है।
उन्होंने कहा कि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास नंबर नहीं है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पैसे और सत्ता के दमपर बहुमत वाली सरकार को अल्पमत में लाया गया है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने गुरूवार को विधानसभा स्पीकर को फटकार लगाई थी। दरअसल स्पीकर ने मात्र छह विधायकों का इस्तीफा स्वीकारा था, बाकी बचे 16 विधायकों का नहीं। इसपर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई थी। लेकिन देर शाम को विधानसभा स्पीकर ने सभी 16 विधायकों के इस्तीफे को भी स्वीकार कर लिया।
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गौरतलब है कि सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने इस्तीफ़ा दे दिया था। इसके बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस गठबंधन के पास सिर्फ 99 विधायक बचे हैं, जबकि बहुमत के लिए 104 का आंकड़ा पाना है। जबकि बीजेपी के पास 106 विधायक हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री कमलनाथ फ्लोर टेस्ट में जाने की बजाय उससे पहले ही अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं।