न्यूज डेस्क
मीडिया और पत्रकारों पर बंदिशे जारी है। चाहे केन्द्र सरकार हो या राज्य सरकार, आलोचना किसी को पसंद नहीं। मध्य प्रदेश में एक सांध्य दैनिक के संपादक के कार्यालय और घर पर पुलिस ने छापेमारी की। पुलिस ने यह छापेमारी चर्चित हनीट्रैप मामले में की।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, इंदौर के एक सांध्य अखबार ‘सांझ लोकस्वामी’ ने चर्चित हनी ट्रैप मामले में तस्वीरें और रिपोर्टें प्रकाशित की हैं और अपनी वेबसाइट पर इस मामले से जुड़ा एक वीडियो भी अपलोड किया है। इसके बाद यह कार्रवाई हुई।
मीडिया संस्थान के संपादक जितेंद्र सोनी के घर, उनके होटल, एक रेस्तरां और नाइट क्लब में शुक्रवार देर रात यह छापेमारी हुई और यह कार्रवाई कई घंटों तक चलती रही।
पुलिस ने जितेन्द्र सोनी के मीडिया संस्थान के दफ्तर पहुंचकर उसे सील कर दिया है। इस कार्रवाई का कोई आधिकारिक विवरण पुलिस और प्रशासन की ओर से अब तक नहीं दिया गया है। संपादक जितेंद्र सोनी लापता हैं, जबकि उनके बेटे अमित को हिरासत में लिया गया है।
मालूम हो कि शिवराज सिंह चौहान सरकार में एक पूर्व मंत्री और एक शक्तिशाली नौकरशाह पर कई रिपोर्ट्स प्रकाशित करने के बाद इस अखबार ने बीते तीन दिनों से हनी ट्रैप मामले पर कई रिपोर्ट प्रकाशित की है।
अखबार ने इस मामले में और भी स्टोरी करने का ऐलान किया था। अखबार का दावा था कि उसके पास नेताओं और नौकरशाहों के और भी वीडियो हैं।
गौरतलब है कि इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर 19 सितंबर को पुलिस ने हनी ट्रैप गिरोह का खुलासा किया था। पुलिस ने इस गिरोह की पांच महिलाओं और एक ड्राइवर को गिरफ्तार किया था।
इस गिरोह पर आरोप है कि वह अपने जाल में फंसे धनी एवं रसूखदार लोगों के साथ अंतरंग पलों का वीडियो बनाने के लिए कैमरे लिपस्टिक कवर और चश्मों में छुपाकर रखते थे। फिर वे इन्हीं वीडियो की मदद से धनी एवं रसूखदार लोगों को ब्लैकमेल करते थे।
इंजीनियर हरभजन सिंह ने आरोप लगाया था कि ये महिलाएं उन्हें धमका रही हैं कि अगर तीन करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया गया तो वे उनकी आपत्तिजनक वीडियो फैला देंगी।
‘सांझ लोकस्वामी’ अखबार ने दो महिलाओं के साथ सिंह की तस्वीरें प्रकाशित की थी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सिंह खुद इस मामले में शामिल हैं।
शुक्रवार को जितेंद्र सोनी के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 67 और 67ए के तहत एमआईजी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि अखबार ने दो लोगों के बीच की अंतरंग बातचीत का ब्यौरा और तस्वीरें अखबार में प्रकाशित कर आईटी एक्ट का उल्लंघन किया है।
इंदौर की एसएसपी रुचि वर्धन मिश्रा ने कहा कि सिंह ने न सिर्फ तस्वीरों के बारे में शिकायत की बल्कि सोनी के कारोबार में अनियमितताओं को लेकर भी शिकायत की है।
एसएसपी कहा कि इस छापेमारी के दौरान पुलिस की टीमें राजस्व, एक्साइज, नारकोटिक्स विभाग और इंदौर नगर निमग की टीमें भी रहीं।
मिश्रा ने बताया कि सोनी द्वारा चलाए जा रहे ‘माई होम’ नाम के रेस्टोरेंट एवं बार के निदेशकों के खिलाफ मानव तस्करी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया ह, क्योंकि उन्होंने यहां पर पश्चिम बंगाल और उत्तर पूर्व की कुछ महिलाओं को पाया जो कि बेहद दयनीय स्थिति में रह रही थीं।
रुचि वर्धन मिश्रा ने कहा कि महिलाएं इस बात का संतोषजनक जवाब नहीं दे सकीं कि वे वहां क्या कर रही थीं। मिश्रा के मुताबिक इन महिलाओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें नाचने के लिए मजबूर किया जाता था।
पुलिस ने आम्र्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया है क्योंकि छापेमारी के दौरान कारतूस मिले हैं। पुलिस ने सोनी के ऑफिस से इलेक्ट्रॉनिक और अन्य सबूतों को जब्त करने का भी दावा किया है, जो हनी ट्रैप मामले से जुड़े हो सकते हैं।
पुलिस ने कई संपत्तियों के दस्तावेज भी जब्त किए हैं और ये संपत्तियां सोनी की नहीं हैं। एसएसपी का कहना है कि ऐसी संभावना है कि वे ब्लैकमेलिंग के जरिए पैसे की उगाही कर रहे थे।
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