जुबली न्यूज़ डेस्क
अनवर सागर हिन्दी फिल्मों के चर्चित गीतकार रहे। खासकर नब्बे के दशक में जब नदीम श्रवण की जोड़ी हिन्दी फिल्मों के संगीत पर राज कर रही थी, तब अनवर सागर हिट गीतकार के तौर पर जाने जाते थे।
अनवर सागर की तबीयत खराब थी, सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही थी, लेकिन अस्पताल में जगह नहीं मिल पाने की वजह से उनकी मृत्यु हो गयी।
इलाका नाम की फिल्म, जिस फिल्म से नदीम श्रवण की जोड़ी को हिन्दी फिल्मों में शुरुआती प्रसिद्धि मिली, उस फिल्म में भी अनवर सागर के गीत थे और फिर उनकी जोड़ी नदीम श्रवण के साथ लम्बे समय तक रही, उनके लिए कई फिल्मों में गीत लिखे।
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नदीम श्रवण के अलावा जतिन ललित, बप्पी लाहिरी, अन्नू मालिक आदि तब के हिट संगीतकारों के लिए भी उन्होंने लिखे। उनकी प्रमुख फ़िल्में हैं-इलाका, सपने साजन के दिल का क्या कसूर, याराना, सलामी, आ गले लग जा, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, विजयपथ, बेखुदी, खिलाड़ी, किशन कन्हैया, लश्कर आदि।
ये दुआ है मेरी रब से (सपने साजन के) नदीम श्रवण, वादा रहा सनम होंगे जुदा न हम (खिलाड़ी) जतिन जालित, आशिकी में हर आशिक हो जाता है बदनाम (दिल का क्या कसूर), दिल की हालत किसको बतायें जनता की अदालत-बप्पी लाहिरी) कभी भूला कभी याद किया आदि सैकड़ों हिट गीत उनके नाम हैं।
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