न्यूज डेस्क
लखनऊ. नागरिक संशोधन कानून के विरोध की आग धीरे-धीरे पूरे देश में फैलती जा रही है। पूर्वोत्तर राज्यों से शुरु हुआ ये विरोध अब हिंदी भाषी राज्यों में शुरु हो गया है। देश के अधिकांश विश्वविद्यालयों के छात्र इसके विरोध में उतर आए हैं।
उत्तर प्रदेश में भी सीएए का जमकर विरोध हो रहा है। पूरे राज्य में धारा 144 लागू है और पुलिस अधिकांश शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ सार्वजनिक स्थलों पर तैनात है। आज आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी इसके विरोध में सड़क पर उतरे लेकिन पुलिस ने उन्हें प्रदर्शन करने से रोका और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।

वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध के नाम पर उपद्रव कर रहे आराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिये हैं। मऊ मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए योगी सरकार ने आजमगढ़ के डीआइजी मनोज तिवारी को हटा दिया है। उनकी जगह रविन्द्र गौड़ को नया डीआइजी बनाया गया है।
सीएम योगी ने सभी पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि नजर रखें कि कोई कानून से खिलवाड़ न कर सके। उन्होंने कहा कि प्रशासन, कानून तोड़ने वाले के साथ सख्ती से पेश आए। किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं है।

साथ ही एहतियातन कई विश्वविद्यालयों के बाहर फोर्स की तैनाती कई गई है। इसके अलावा पुलिस ने लखनऊ के बर्लिंगटन चौहाहे स्थित आम आदमी पार्टी कार्यालय को भी जबरदस्ती खाली करा दिया है। इस समय लखनऊ पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स ने भी पार्टी कार्यालय में डेरा डाल रखा है।
वहीं दूसरी ओर जब आम आदमी पार्टी के सैंकडों कार्यकर्ता इसके विरोध में कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, तो पुलिस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करके वहां से दूसरी जगह ले गई।
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